निजी हितों या स्वार्थों से जुड़ों मुद्दों पर राजनेता दलगत मतभेदों को भुलाकर जिस एकजुटता का परिचय देते रहें है वह जनहित से जुडे मामलों मे नजर नहीं आती है। लेकिन फिरभी इस तरह के जुमले आए दिन राजनेता जनता के बीच अपने नंबर बढ़ाने के लिए उछालते रहते हैं। आज अखबारों की सुर्खियों मे भी कुछ इसी तरह की बात देखने को मिली है।
बुंदेलखण्ड के विकास के लिए स्थानीय लोगों को राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर काम करना होगा। यह आव्हान कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी द्वारा सागर मे एक निजी कार्यक्रम के दौरान किया गया। इस खबर को दैनिक जागरण ने ' बुंदेलखण्ड के विकास के लिए तोड़ें दलीय सीमा ' शीर्षक से अपनी पहली खबर बनाया है तो दैनिक भास्कर ने इसे एक कोने मे छापा है। नवदुनिया मे तो इस खबर को स्थान ही नहीं मिला।
लेकिन राष्ट्रीय मुद्दों पर श्री चतुर्वेदी द्वारा दिए गए बयानों को सभी अखबारों मे अच्छा स्थान मिला है। जहां दैनिक भास्कर ने राज्यसभा सदस्य व कांग्रस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सत्यव्रत चतुर्वेदी के श्राइन बोर्ड संबंधी बयान कि ' भाजपा और पीडीपी जैसी पार्टियां अपने निहित स्वार्थों के चलते लोगों व देश को बांट रहीं हैं। ' को प्रमुखता से छापा है तो वहीं दैनिक जागरण ने परमाणु करार के मामले मे संप्रग सरकार को ऑक्सीजन देने वाली समाजवादी पार्टी के बारे में श्री चतुर्वेदी के बयान कि 'सपा सरकार मे शामिल नहीं होगी।' को जोर देकर छापा है। नवदुनिया ने भी श्री चतुर्वेदी के श्राइन बोर्ड को संवैधानिक दर्जा देकर उसके पुनगर्ठन किए जाने की मांग को ही मुख्य खबर बना कर छापा है।
राज एक्सप्रेस ने शहर के एक परिवार द्वारा परिजन की मौत पर तेरहवी के आयोजन मे पौधे भेंट किए जाने की पहल को समाज की एक सकारात्मक सोच बताते हुए अपनी पहली खबर का विषय बनाया है। हालांकि अन्य अखबारों ने भी इस खबर को काफी अहिमयत दी है।
अन्य खास खबरों मे दैनिक जागरण ने जिले मे तमाम सरकारी योजनाओं के बावजूद अति कुपोषित बच्चों की संख्या मे तीन गुनी वृद्धि पर गहरी चिंता जताई है। ' बच्चों मे कुपोषण की रफ्तार तेज ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से ही कुपोषित बच्चों की संख्या मे आई तेजी को दिखाया है। अखबार लिखता है कि 15 मई से 15 जून तक संजीवनी अभियान के तहत जिले मे 0 से 5 वर्ष तक के 2 लाख 84 हजार 842 बच्चों का वजन लिया गया। जिसमें से 1483 बच्चे अति कुपोषित पाए गए जबकि जिला प्रशासन ने ही फरवरी 08 मे यह संख्या 424 बताई थी। ये चौंकानें वाले आंकड़े बताते हैं कि आगंनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार बनाकर बच्चों को खिलाने वाली योजना फ्लाप हो गई है। दैनिक भास्कर ने खुले बाजार मे दाम बढ़ने से सरकारी राशन की दुकानें से शक्कर के गायब होने, 15 साल पुराने दुपहिया वाहनों के दोबारा पंजीयन कराने के सरकारी आदेश व सेल्स टेक्स विभाग द्वारा व्यापारियों को सी-फार्म हर महीने की जगह साल मे दो बार पेश करने की राहत देने की खबर को प्रमुखता से छापा है।
और अंत मे जहां नई दुनिया ने अपनी पहली खबर मे लिखा है कि ओलम्पिक मे स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा का नाम चारों ओर गूंज रहा है व लोग खुशी मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर दैनिक भास्कर ने सागर मे आयोजित हो रहे संभागीय स्तरीय स्कूल खेल प्रतियोगिताओं मे आयोजकों द्वारा खिलाड़ियों को गीली व बदबूदार जगहों पर ठहराने व बिना नाश्ता पानी के प्रतियोगिता मे उतारे जाने की घटनाओं का खुलासा कर दिखा ने की कोशिश की है कि खेलों के प्रति हमारा रवैया कितना खोखला व बनावटी है।
लेकिन राष्ट्रीय मुद्दों पर श्री चतुर्वेदी द्वारा दिए गए बयानों को सभी अखबारों मे अच्छा स्थान मिला है। जहां दैनिक भास्कर ने राज्यसभा सदस्य व कांग्रस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सत्यव्रत चतुर्वेदी के श्राइन बोर्ड संबंधी बयान कि ' भाजपा और पीडीपी जैसी पार्टियां अपने निहित स्वार्थों के चलते लोगों व देश को बांट रहीं हैं। ' को प्रमुखता से छापा है तो वहीं दैनिक जागरण ने परमाणु करार के मामले मे संप्रग सरकार को ऑक्सीजन देने वाली समाजवादी पार्टी के बारे में श्री चतुर्वेदी के बयान कि 'सपा सरकार मे शामिल नहीं होगी।' को जोर देकर छापा है। नवदुनिया ने भी श्री चतुर्वेदी के श्राइन बोर्ड को संवैधानिक दर्जा देकर उसके पुनगर्ठन किए जाने की मांग को ही मुख्य खबर बना कर छापा है।
राज एक्सप्रेस ने शहर के एक परिवार द्वारा परिजन की मौत पर तेरहवी के आयोजन मे पौधे भेंट किए जाने की पहल को समाज की एक सकारात्मक सोच बताते हुए अपनी पहली खबर का विषय बनाया है। हालांकि अन्य अखबारों ने भी इस खबर को काफी अहिमयत दी है।
अन्य खास खबरों मे दैनिक जागरण ने जिले मे तमाम सरकारी योजनाओं के बावजूद अति कुपोषित बच्चों की संख्या मे तीन गुनी वृद्धि पर गहरी चिंता जताई है। ' बच्चों मे कुपोषण की रफ्तार तेज ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से ही कुपोषित बच्चों की संख्या मे आई तेजी को दिखाया है। अखबार लिखता है कि 15 मई से 15 जून तक संजीवनी अभियान के तहत जिले मे 0 से 5 वर्ष तक के 2 लाख 84 हजार 842 बच्चों का वजन लिया गया। जिसमें से 1483 बच्चे अति कुपोषित पाए गए जबकि जिला प्रशासन ने ही फरवरी 08 मे यह संख्या 424 बताई थी। ये चौंकानें वाले आंकड़े बताते हैं कि आगंनवाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार बनाकर बच्चों को खिलाने वाली योजना फ्लाप हो गई है। दैनिक भास्कर ने खुले बाजार मे दाम बढ़ने से सरकारी राशन की दुकानें से शक्कर के गायब होने, 15 साल पुराने दुपहिया वाहनों के दोबारा पंजीयन कराने के सरकारी आदेश व सेल्स टेक्स विभाग द्वारा व्यापारियों को सी-फार्म हर महीने की जगह साल मे दो बार पेश करने की राहत देने की खबर को प्रमुखता से छापा है।
और अंत मे जहां नई दुनिया ने अपनी पहली खबर मे लिखा है कि ओलम्पिक मे स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा का नाम चारों ओर गूंज रहा है व लोग खुशी मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर दैनिक भास्कर ने सागर मे आयोजित हो रहे संभागीय स्तरीय स्कूल खेल प्रतियोगिताओं मे आयोजकों द्वारा खिलाड़ियों को गीली व बदबूदार जगहों पर ठहराने व बिना नाश्ता पानी के प्रतियोगिता मे उतारे जाने की घटनाओं का खुलासा कर दिखा ने की कोशिश की है कि खेलों के प्रति हमारा रवैया कितना खोखला व बनावटी है।
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