इन दिनों मे अखबारों मे खेलों का वर्चस्व बना हुआ है। एक ओर स्कूलों व महाविद्यालय स्तर की संभागीय, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं चल रहीं है वहीं दूसरी ओर विधासनसभा चुनावों को लेकर राजनैतिक खेल भी चल रहे हैं। खेती-किसानी से जुड़ीं खबरें भी इस वक्त खुब सुर्खियों मे रहती है।
दैनिक जागरण ने जिला कलेक्टर द्वारा संबंधित विभागों को दो दिन के अंदर खाद-बीज मुहैया कराने की हिदायत देने को ही अपनी पहली सुर्खी बनाकर छापा है। वहीं राज एक्सप्रेस ने सागर मे चल रही राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता के खो-खो खेल के फायनल मैच में बालिका वर्ग मे मप्र के व बालक वर्ग मे दिल्ली की टीम के विजयी होने की खबर को ' मप्र की लड़कियां व दिल्ली के लड़के जीते' शीर्षक से छापी है। नवदुनिया ने करवा चौथ व्रत मे फैशन के चलते आए बदलावों पर एक रपट व एक निजी मोबाईल कंपनी के उपभोक्ताओं द्वारा बिना जानकारी के खाते मे से पैसे निकलने की शिकायतों पर आधारित खबर को अपनी फ्रंट पेज की खबर बनाया है। दैनिक भास्कर ने 'संघ की ताकत बढ़ाने की कवायद'शीर्षक से फ्रंट पेज लगाई है। इसमे पत्रकार नीरज सोनी लिखा है कि लोक सभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए सघ सागर मे अगले माह तीन दिवसीय विशेष शिविर लगाने जा रहा है।
इसके अलावा अन्य खास खबरों में शहर की पेंटर एसोसिएशन द्वारा फ्लेक्स बैनरों के निर्माण पर उनको पर्यावरण के लिए हानिकारक बताते हुए रोक लगाने की मांग किए जाने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान्नों की काजाबाजारी व चुनाव कार्यों के लापरवाही करने के लिए जिला के दूरसंचार प्रबंधक पंकज गुप्ता को जिला कलेक्टर द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी करने की खबरों को भी सभी अखबारों ने प्रमुखता से छापा है।
इसके अलावा अन्य खास खबरों में शहर की पेंटर एसोसिएशन द्वारा फ्लेक्स बैनरों के निर्माण पर उनको पर्यावरण के लिए हानिकारक बताते हुए रोक लगाने की मांग किए जाने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान्नों की काजाबाजारी व चुनाव कार्यों के लापरवाही करने के लिए जिला के दूरसंचार प्रबंधक पंकज गुप्ता को जिला कलेक्टर द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी करने की खबरों को भी सभी अखबारों ने प्रमुखता से छापा है।
Providing gist of all news paper in a capsule formate is really a good idea. Thanks Congrats
ReplyDeleteराम प्रताप घनघोरिया, बरेली उप्र
ReplyDeleteखेलों को अगर स्कूल स्तर से बढ़ावा मिलने लगेगा तो भारत को ओलम्पिक खेलों मे ज्यादा पदक मिलने की उम्मीद दिखने ही लगेगी। सरकारों को चाहिए कि अच्छे खिलाड़ियों को भरपूर सुविधा प्रशिक्षण मुहैया कराए।
पीटर डिसूजा,दिल्ली
ReplyDeleteमीडिया भी अब खेल के समाचारों को काफी तवज्जो देने लगा है।
विश्वजीत सामंत, राउरकेला
ReplyDeleteराष्ट्रीय स्कूली खेल प्रतियोगिता के समाचार वेब साइट पर देख कर अच्छा लगा।