राजनैतिक दलों द्वारा विधानसभा चुनाव 2008 के लिए अपने अपने प्रत्याशियों के नामों का सिलसिला शुरू होने से प्रदेश भर मे कहीं खुशी कहीं गम का माहौल बन रहा है। सागर जिले मे भाजपा ने कुल आठ सीटों मे से सात पर अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। कांग्रेस ने अभी महज दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। फिलहाल इस सारे घटनाक्रम से जुड़ी खबरें ही सभी अखबारों की तोप रूपी सुर्खियों का गोला बारूद बनीं हुईं हैं।
कृषि एवं सहकारिता मंत्री द्वारा रहली विधानसभा से भाजपा के प्रत्याशी के रूप मे पर्चा भरे जाने की खबर को दैनिक जागरण ने ' कृषि मंत्री भार्गव ने नामांकन भरा', राज एक्सप्रेस ने 'रहली को मॉडल बनाएंगें', नवभारत ने ' पं भार्गव ने नामांकन का खाता खोला' दैनिक भास्कर ने 'नामांकन की सरगर्मी शुरू' व नवदुनिया ने ' दामन पर नहीं लगने दिया दाग' शीर्षक से इस खबर को फ्रंट पेज पर लगाया है।
खास खबर के रूप मे नवदुनिया ने 'कहीं खुशी कहीं गम' शीर्षक से लगाई खबर मे टिकिटों के वितरण से भाजपा व कांग्रेस मे टिकिट हासिल करने वालों की खुशियों व टिकिट गवांने वालों की मायूसी की चर्चा की है।
दैनिक जागरण ने ' निष्ठावनों को दरकिनार करने के मायने' शीर्षक से लगाई राजनैतिक डायरी मे भाजपा के पुराने व समर्पित नेताओं के टिकिट काटे जाने को पार्टी के हित मे नहीं बताया है। पत्रकार ब्रिजेन्द्र ठाकुर ने लिखा है कि भाजपा द्वारा ऐसे लोगों के टिकिट काटे हैं जो न केवल पिछले कई सालों से उनकी पार्टी को विजय दिला रहे थे बल्कि पिछला चुनाव भी उन्होने काफी बड़े अंतर से जीता था। पार्टी के इस निर्णय से ऐसा लगता है कि नए लोगों को टिकिट देने की चाह मे उसने अपने कार्यकर्ताओं की कर्मठता व समर्पण की खुबी को ताक पर रखने मे भी परहेज नहीं किया।
वहीं राज एक्सप्रेस ने भी अपनी पहली सुर्खी मे नरयावली क्षेत्र से भाजपा के विधायक व प्रदेश सरकार मे मंत्री रहे नारायाण कबीर पंथी की टिकिट काटे जाने पर दी गई प्रतिक्रया के आधार पर भाजपा मे बगावत होने के संकेत दिए हैं।
दैनिक आचरण ने 'स्थानीय बनाम बाहरी मुद्दा 'शीर्षक से लगाई खबर मे जिले की खुरई, बण्डा, देवरी व सुरखी सीटों पर स्थानीय बनाम बाहरी होने के मुद्दे के हावी होने के संकेत दिए हैं।
इसके अलावा चुनाव ड्यूटी से गैरहाजिर रहने के आरोप मे 27 कर्मचारियों को निलंबित किए जाने व पांच ट्रकों मे से 149 बछड़ों के बरामद किए जाने व की खबर को सभी अखबारों द्वारा अहमियत से छापा गया है।
खास खबर के रूप मे नवदुनिया ने 'कहीं खुशी कहीं गम' शीर्षक से लगाई खबर मे टिकिटों के वितरण से भाजपा व कांग्रेस मे टिकिट हासिल करने वालों की खुशियों व टिकिट गवांने वालों की मायूसी की चर्चा की है।
दैनिक जागरण ने ' निष्ठावनों को दरकिनार करने के मायने' शीर्षक से लगाई राजनैतिक डायरी मे भाजपा के पुराने व समर्पित नेताओं के टिकिट काटे जाने को पार्टी के हित मे नहीं बताया है। पत्रकार ब्रिजेन्द्र ठाकुर ने लिखा है कि भाजपा द्वारा ऐसे लोगों के टिकिट काटे हैं जो न केवल पिछले कई सालों से उनकी पार्टी को विजय दिला रहे थे बल्कि पिछला चुनाव भी उन्होने काफी बड़े अंतर से जीता था। पार्टी के इस निर्णय से ऐसा लगता है कि नए लोगों को टिकिट देने की चाह मे उसने अपने कार्यकर्ताओं की कर्मठता व समर्पण की खुबी को ताक पर रखने मे भी परहेज नहीं किया।
वहीं राज एक्सप्रेस ने भी अपनी पहली सुर्खी मे नरयावली क्षेत्र से भाजपा के विधायक व प्रदेश सरकार मे मंत्री रहे नारायाण कबीर पंथी की टिकिट काटे जाने पर दी गई प्रतिक्रया के आधार पर भाजपा मे बगावत होने के संकेत दिए हैं।
दैनिक आचरण ने 'स्थानीय बनाम बाहरी मुद्दा 'शीर्षक से लगाई खबर मे जिले की खुरई, बण्डा, देवरी व सुरखी सीटों पर स्थानीय बनाम बाहरी होने के मुद्दे के हावी होने के संकेत दिए हैं।
इसके अलावा चुनाव ड्यूटी से गैरहाजिर रहने के आरोप मे 27 कर्मचारियों को निलंबित किए जाने व पांच ट्रकों मे से 149 बछड़ों के बरामद किए जाने व की खबर को सभी अखबारों द्वारा अहमियत से छापा गया है।
Sheela Hingorani, Ullhas Nagar, Maharastra
ReplyDeleteloktanyra ki sabse badi khoobi yahi hai ki kam se kam panch saal main ek bar bhagwan janta ke samne netaon ko jhukne ko majboor karten hain
rajniti ke choosar par shah aur maat ka khel khelne main netaon ko agle mahi ne tak janta main sakchhat bhagwan najar ayenge.