मुबंई मे हुए आतंकी हमले की गूंज इस बार देश के ग्रामीण क्षेत्रों तक सुनाई दे रही है। अखबारों की सुर्खियों से हर छोटे-बड़े शहर से आतंकी हमले मे मारे गए लोगों, शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए मौन जुलूसों व शोक सभाओं के आयोजन के बारे मे जानकारी मिल रही है।
राजएक्सप्रेस ने सागर शहर मे इसी सिलसिले मे विभिन्न समाजसेवी व राष्ट्रवादी संगठनों द्वारा मिलजुल कर निकाले गए मौन जुलूस की खबर को ही 'आतंकवाद के खिलाफ मौन जुलूस' शीर्षक से अपनी पहली सुर्खी बनाया है।
वहीं नवदुनिया ने इस मुद्दे पर ' खतरे यहां भी कम नहीं' शीर्षक से लगाई पहली सुर्खी मे सागर के बहाने देश के अन्य शहरों की बदहाल सुरक्षा व्यवस्था पर निशाना साधा है। खबर मे लिखा है कि इतनी बड़ी आतंकी घटना हो जाने के बावजूद शहरों के रेलवे स्टेशन व बस स्टेण्ड जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस नदारद ही नजर आ रही है। न तो अजनबियों से पूंछतांछ हो रहे है और न ही संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बड़ी है।
दैनिक जागरण ने मतगणना के इंतजार मे जिले के बहाने सारे प्रदेश मे तेज हुए अटकलों
व राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों के बीच झड़पों के दौर के बारे मे कई खबरें लगाईं हैं। इनमें देवरी के एक पोलिंग ऐजेण्ट की पुलिस अधिकारी द्वारा की गई पिटाई, प्रत्याशियों के जीत-हार के गणित पर सट्टा बाजार के भी असमंजस मे रहने व बुंदेलखण्ड क्षेत्र में भारी मतदान होने के बावजूद मतदाता द्वारा साधी गई चुप्पी माथा पच्ची करते राजनीति के धुरंधरों की माथापच्ची के बारे प्रमुखता से खबरें लगाईं हैं।
अन्य खास खबरों मे सागर विश्वविद्यालय मे छोटे कर्मचारियों के वेतन व फण्डों के भुगतान के बारे मे विवि प्रशासन के लापरवाह व उदासीन रवैये एवं सूचना के अधिकार के तहत जानकारी देने में विभागों के बड़े अधिकारियों द्वारा की जा रही अड़गेबाजी पर दैनिक जागरण ने बड़ी खबर लगाई है। 'हस्ताक्षर करने की कीमत दस रूपए मांग रहे सीईओ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि अधिकारी जानकारी से बचने के लिए दस्तावेज मुहैया कराने में कानून द्वारा विहित दर से ज्यादा कीमत मांग रहे हैं। वहीं दैनिक भास्कर ने बुंदेलखण्ड मे 1197 वर्ग किमी में फैले जंगली जानवरों से संपन्न नौरादेही अभ्यारण मे 23 साल बाद भी वन्य जीवन विशेषज्ञ नियुक्त नहीं किए जाने के मुद्दे को उठाया है।
वहीं नवदुनिया ने इस मुद्दे पर ' खतरे यहां भी कम नहीं' शीर्षक से लगाई पहली सुर्खी मे सागर के बहाने देश के अन्य शहरों की बदहाल सुरक्षा व्यवस्था पर निशाना साधा है। खबर मे लिखा है कि इतनी बड़ी आतंकी घटना हो जाने के बावजूद शहरों के रेलवे स्टेशन व बस स्टेण्ड जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस नदारद ही नजर आ रही है। न तो अजनबियों से पूंछतांछ हो रहे है और न ही संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बड़ी है।
दैनिक जागरण ने मतगणना के इंतजार मे जिले के बहाने सारे प्रदेश मे तेज हुए अटकलों
व राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों के बीच झड़पों के दौर के बारे मे कई खबरें लगाईं हैं। इनमें देवरी के एक पोलिंग ऐजेण्ट की पुलिस अधिकारी द्वारा की गई पिटाई, प्रत्याशियों के जीत-हार के गणित पर सट्टा बाजार के भी असमंजस मे रहने व बुंदेलखण्ड क्षेत्र में भारी मतदान होने के बावजूद मतदाता द्वारा साधी गई चुप्पी माथा पच्ची करते राजनीति के धुरंधरों की माथापच्ची के बारे प्रमुखता से खबरें लगाईं हैं।
अन्य खास खबरों मे सागर विश्वविद्यालय मे छोटे कर्मचारियों के वेतन व फण्डों के भुगतान के बारे मे विवि प्रशासन के लापरवाह व उदासीन रवैये एवं सूचना के अधिकार के तहत जानकारी देने में विभागों के बड़े अधिकारियों द्वारा की जा रही अड़गेबाजी पर दैनिक जागरण ने बड़ी खबर लगाई है। 'हस्ताक्षर करने की कीमत दस रूपए मांग रहे सीईओ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि अधिकारी जानकारी से बचने के लिए दस्तावेज मुहैया कराने में कानून द्वारा विहित दर से ज्यादा कीमत मांग रहे हैं। वहीं दैनिक भास्कर ने बुंदेलखण्ड मे 1197 वर्ग किमी में फैले जंगली जानवरों से संपन्न नौरादेही अभ्यारण मे 23 साल बाद भी वन्य जीवन विशेषज्ञ नियुक्त नहीं किए जाने के मुद्दे को उठाया है।
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