Thursday, December 4, 2008

भू-ऋण पुस्तिका बांटी जानी थी मुफ्त पर वसूले जा रहे हें दाम...

इस वक्त किसानी के साथ साथ राजनीति का काम भी जोरों पर है। इसी लिए अखबारों मे ज्यादातर खबरों इन्हीं दो क्षेत्रों से रहीं हैं।

राज एक्सप्रेस ने किसानी की एक अहम परेशानी पर बड़ी रपट लगाई है। 'भू-ऋण पुस्तिका के लिए किसान परेशान' खबर मे अखबार ने लिखा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री किसान पंचायत मे किसानों को भू-ऋण पुस्तिका के मुफ्त बंटवाने की घोषणा की थी। लेकिन सागर जिले के कुल 4 लाख 25 हजार किसानों मे से महज दो हजार को ही यह पुस्तिका अब तक मिली है। अखबार ने आयुक्त भू-अभिलेख के हवाले से लिखा है कि फिलहाल सरकार द्वारा सागर के लिए 8 हजार पुस्तिकाएं मुहैया करांईं गईं हैं जो तहसीलों मे नहीं बांटी जाएंगी। लेकिन उनके वितरण पर भी अभी असमंजस बना हुआ है। पुस्तिकाओं पर मूल्य 10 रूपए छापा है जबकि निर्देश 8 रूपए मे बांटे जाने के हैं। इस सिलसिले मे भी आला अधिकारियों के दिशा-निर्देशों का इंतजार है।
दैनिक भास्कर ने विधानसभा चुनावों मे शहरों की अपेक्षा गांवों की महिलाओं द्वारा ज्यादा वोट डालने के मुद्दे पर एक बड़ी रपट लगाई है। रपट मे गांव व शहर की महिलाओं से चर्चा करने के आधार पर लिखा है कि जहां कतार मे लगने से परहेज करने व मतदाता सूचियों मे नाम नहीं होने की वजह से शहरों मे महिलाएं कम वोट डाल पाईं हैं जबकि गांवों की महिलाओं द्वारा ज्यादा वोट डालने की वजह पंचायती राज की वजह से उनमें आई जाग्रति व मतदान को एक तरह का उत्सव मानकर भाग लेने की सोच रही है।
नवदुनिया ने गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के बदहाली पर अपनी खबर को पहली सुर्खी बनाया है। ' थाली से दूर हुआ भात' खबर मे पत्रकार राजकुमार प्रजापति ने बताया कि जहां एक ओर सरकार ने बीपीएल कार्ड धारकों को 3 रूपए किलों की दर से चावल मुहैया कराने का वादा किया था। वहीं दूसरी ओर अप्रेल 2008 से चावल की आपूर्ति ही बंद कर दी है। खबर मे छपे जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक के बयान के मुताबिक जिले मे अप्रेल 2008 माह से बीपीएल कार्ड धारकों के लिए चावल का आवंटन शासन से नहीं मिला है। चावल की ऐवज मे उन्हें अतिरिक्त गेहूं बांटा जा रहा है। चावल केवल एपीएल कार्ड धारकों को ही मिल रहा है।
अन्य खास खबरों में दैनिक भास्कर ने स्कूलों मे 75 फीसदी से कम हाजिरी वाले विद्यार्थियों को बोर्ड की परीक्षा मे नहीं बैठ पाने, सागर के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज मे पढ़ाई अगले सत्र मे भी शुरू नहीं हो पाने व नवदुनिया ने उच्च न्यायालय के आदेश से रूके दुपहियों के पंजीयन की वजह से सड़कों पर बिना नंबर के वाहनों की संख्या बढ़ने व शहर के बीचों बीच स्थित एक गोदाम मे अवैध रूप से संग्रहित पटाखों के जखीरे पर छापा मारने की खबरों को भी काफी अहमियत से छापा है।

1 comment:

  1. KISHANO KI RIN-PUSTIKA JAISE IMPORTANT ISSUE KO UTHAKAR AAPNE ACCHA KARYA KIYA HAI, PAR PATWARIYOU SE TO POOCHCHO EK RIN-PUSTIKA KE KITNA CHARGE KARTE HAIN ?

    ONE FARMER

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