सागर. अफलन सोयाबीन से हुई क्षति का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में बुधवार को पीली कोठी के समीप धरना दिया गया। दोपहर 12 बजे से शुरू हुए धरने में कांग्रेस के विधायकों सहित कई कांग्रेसियों एवं किसानों ने भाग लिया।
धरने के बाद अफलन सोयाबीन की फसल हाथों में लेकर कलेक्टोरेट तक रैली निकाली गई, जहां राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया गया। धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि सोयाबीन अफलन की जांच करने और किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिलाने के लिए जिला प्रशासन दो दिन के भीतर पहल करे।
ऐसा नहीं होने पर 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के शहर आगमन पर काले झंडे दिखाकर विरोध जताया जाएगा। सुरखी विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सोयाबीन में अफलन के कारण फसल बरबाद हो गई है। इसके बाद भी जिला प्रशासन अफलन का आकलन अथवा अनावरी नहीं करा रहा है।
श्री राजपूत ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 70 हजार करोड़ रुपए प्रदेश सरकार को भेजे थे, इस राशि का अता-पता नहीं है। सहकारी बैंक आज भी बंद हैं। खुरई विधायक अरुणोदय चौबे ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। श्री चौबे ने कई उदाहरण देते हुए प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली को उजागर किया।
जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत ने जिला प्रशासन की अनावरी रिपोर्ट से पहले शंका जाहिर करते हुए कहा कि इसे भाजपा के कतिपय नेताओं के दबाव में बदल दिया जाएगा।
श्री राजपूत ने कहा कि यदि जिला प्रशासन दो दिन के भीतर निर्णय नहीं लेता है तो 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के आगमन पर काले झंडे दिखाएंगे।
पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद डालचंद जैन, नंदलाल चौधरी, आनंद अहिरवार, पूर्व विधायक सुनील जैन, बृजबिहारी पटैरिया, मालती मौर्य, उत्तमचंद खटीक, कमलेश बघेल, वीरेंद्र गौर सहित अन्य कांग्रेसियों ने अपने विचार रखे। शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र चौबे ने कहा कि किसानों को मुआवजा वितरण दीपावली के पहले किया जाना चाहिए। श्री चौबे ने कहा कि जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर युवक कांग्रेस कार्यकर्ता 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के आगमन पर काले झंडे दिखाएंगे।
धरना स्थल पर कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देने से इनकार कर दिया और कहा कि वह रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन देंगे। धरना प्रदर्शन में डॉ. महेश तिवारी, गुलाब सिंह राजपूत, संतोष पांडे, त्रिलोकी कटारे, मीनाक्षी जैन, कृष्णा सिंह, देवेंद्र फुसकेले, जीवन पटेल, गिरीश पटैरिया, संजय पटैरिया, रवि चौरसिया, विनोद ओसवाल सहित शहर एवं जिलेभर से आए कई कांग्रेसी शामिल थे।
धरने के बाद अफलन सोयाबीन की फसल हाथों में लेकर कलेक्टोरेट तक रैली निकाली गई, जहां राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया गया। धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि सोयाबीन अफलन की जांच करने और किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिलाने के लिए जिला प्रशासन दो दिन के भीतर पहल करे।
ऐसा नहीं होने पर 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के शहर आगमन पर काले झंडे दिखाकर विरोध जताया जाएगा। सुरखी विधायक गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सोयाबीन में अफलन के कारण फसल बरबाद हो गई है। इसके बाद भी जिला प्रशासन अफलन का आकलन अथवा अनावरी नहीं करा रहा है।
श्री राजपूत ने प्रदेश सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 70 हजार करोड़ रुपए प्रदेश सरकार को भेजे थे, इस राशि का अता-पता नहीं है। सहकारी बैंक आज भी बंद हैं। खुरई विधायक अरुणोदय चौबे ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। श्री चौबे ने कई उदाहरण देते हुए प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली को उजागर किया।
जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत ने जिला प्रशासन की अनावरी रिपोर्ट से पहले शंका जाहिर करते हुए कहा कि इसे भाजपा के कतिपय नेताओं के दबाव में बदल दिया जाएगा।
श्री राजपूत ने कहा कि यदि जिला प्रशासन दो दिन के भीतर निर्णय नहीं लेता है तो 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के आगमन पर काले झंडे दिखाएंगे।
पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, पूर्व सांसद डालचंद जैन, नंदलाल चौधरी, आनंद अहिरवार, पूर्व विधायक सुनील जैन, बृजबिहारी पटैरिया, मालती मौर्य, उत्तमचंद खटीक, कमलेश बघेल, वीरेंद्र गौर सहित अन्य कांग्रेसियों ने अपने विचार रखे। शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुरेंद्र चौबे ने कहा कि किसानों को मुआवजा वितरण दीपावली के पहले किया जाना चाहिए। श्री चौबे ने कहा कि जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर युवक कांग्रेस कार्यकर्ता 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के आगमन पर काले झंडे दिखाएंगे।
धरना स्थल पर कांग्रेसियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन देने से इनकार कर दिया और कहा कि वह रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन देंगे। धरना प्रदर्शन में डॉ. महेश तिवारी, गुलाब सिंह राजपूत, संतोष पांडे, त्रिलोकी कटारे, मीनाक्षी जैन, कृष्णा सिंह, देवेंद्र फुसकेले, जीवन पटेल, गिरीश पटैरिया, संजय पटैरिया, रवि चौरसिया, विनोद ओसवाल सहित शहर एवं जिलेभर से आए कई कांग्रेसी शामिल थे।
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