हर मौसम की तरह बारिश का मौसम भी लोगों के लिए कुछ दिक्कतें लेकर आता है। इनमे सेहत के नर्मगर्म रहने, आवागमन व संचारतंत्र के गड़बड़ा जाने,स्कूलों की बदइंतजामी, व बाजार मे फल सब्जियों के महंगे होने जैसी समस्यांए आम होती हैं। आम जिंदगी से जुड़ी बातें अखबारों की सुर्खियों मे नजर नहीं आएं ऐसा भी संभव नहीं है।
आज राज एक्सप्रेस ने जहां एक ओर ' बच्चों पर भारी पड़ रही है बारिश' शीर्षक से बच्चों को बीमारियों के घेरने की बात उठाई है वहीं दूसरी खबर मे प्रशासन द्वारा जिलें में विकासखण्ड स्तर तक स्वास्थ्य अमले को चुस्त बनाए जाने का उल्लेख किया है। अखबार ने 'निजी डॉक्टरों की लेंगें मदद' शीर्षक से लगाई खबर मे मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी प्रमोद गोदरे के हवाले से लिखा है कि स्वस्थ ग्राम स्व'स्थ पंचायत योजना' के तहत निजी चिकित्सकों की मदद से खण्ड स्तर तक एक-एक महिला एवं शिशु रोग विशेषज्ञ तैनात किया जाएगा।
वहीं दैनिक जागरण ने 'आवारा पशुओं को पकड़ने वाले घूम रहे हैं आवारा' शीर्षक से लगाई खबर मे बताया है कि नगर निगम हर माह इस काम के लिए तैनात अमले पर साढ़े चार लाख रूपए खर्च करता है, हर साल कांजी हाउसों की मरम्मत पर हजारों रूपए खर्च करता है लेकिन आवारा पशु बेखटक शहर के यातायात जाम करते रहते हैं। अखबार ने नगर निगम के आयुक्त व महापौर के लंबे समय से इस अमले पर नजर नहीं डालने की मंशा पर गहरे सवाल उठाए हैं। हाल ही मे दैनिक आचरण अखबार मे भी शहर मे आवारा कुत्तों की बेहिसाब बढ़ती आबादी पर निगम द्वारा अंकुश लगाने मे बरती जा रहीं उदासीनता की आलोचना की थी।
नवदुनिया ने उत्खनन से बने गड्ढ़ों के बारिश की वजह से छोटे- छोटे ताल तलैयों मे बदलने से बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकने के मुद्दे को अपनी पहली खबर बनाया है। ' खदाने बनीं मौत का मुहाना ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने खनिज विभाग की आलोचना करते हुए लिखा है कि खनिज विभाग ठेकेदारों को खदानों के आवंटन तक ही अपनी जिम्मेदारी मानता है जिले भर मे करीब 294 वैध व दो सैकड़ा अवैध खदानें हैं लेकिन खुदाई के बाद ये खदानें किस हाल में हैं उनसे लोगों को क्या खतरा हो सकता है इस बात पर वह कभी ध्यान नहीं देता है। हाल ही में इन खदानों मे डूबने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई मरने वालों मे कुछ बच्चे भी शामिल हैं।
दैनिक भास्कर ने सागर के सहकारिता बैंक को घाटे से उबारने के लिए चल रही कवायद के तहत ही विशेषज्ञों की मदद लिए जाने के विभाग के निर्णय को अपनी पहली सुर्खी बनाया है।
इसके अलावा दैनिक आचरण ने जिले के डफरिन अस्पताल मे डाक्टरों की मनमानी होने व जगह जगह लगे अश्लील पोस्टरों से शहर की फिजां बिगडने के बारे में खबर लगाकर संबंधित विभागों का ध्यान खींचा है नवदुनिया ने स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों से निपटने के लिए अतिथि शिक्षकों की मदद लेने की रणनीति के बारे मे बाटम खबर लगाई है। खबर मे लिखा है कि एक हफ्ते तक स्कूल से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षक की जगह अतिथि शिक्षकों को पढाने की जिम्मदारी सौपी जाएगी। खबर मे जिला शिक्षा केन्द्र के जिला कार्यक्रम समन्वयक रमाकांत तिवारी ने नई व्यवस्था से शिक्षा मे गुणात्मक सुधार व परीक्षओं मे बेहतर नतीजे आने की उम्मीद जताई है।
आज राज एक्सप्रेस ने जहां एक ओर ' बच्चों पर भारी पड़ रही है बारिश' शीर्षक से बच्चों को बीमारियों के घेरने की बात उठाई है वहीं दूसरी खबर मे प्रशासन द्वारा जिलें में विकासखण्ड स्तर तक स्वास्थ्य अमले को चुस्त बनाए जाने का उल्लेख किया है। अखबार ने 'निजी डॉक्टरों की लेंगें मदद' शीर्षक से लगाई खबर मे मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी प्रमोद गोदरे के हवाले से लिखा है कि स्वस्थ ग्राम स्व'स्थ पंचायत योजना' के तहत निजी चिकित्सकों की मदद से खण्ड स्तर तक एक-एक महिला एवं शिशु रोग विशेषज्ञ तैनात किया जाएगा।
वहीं दैनिक जागरण ने 'आवारा पशुओं को पकड़ने वाले घूम रहे हैं आवारा' शीर्षक से लगाई खबर मे बताया है कि नगर निगम हर माह इस काम के लिए तैनात अमले पर साढ़े चार लाख रूपए खर्च करता है, हर साल कांजी हाउसों की मरम्मत पर हजारों रूपए खर्च करता है लेकिन आवारा पशु बेखटक शहर के यातायात जाम करते रहते हैं। अखबार ने नगर निगम के आयुक्त व महापौर के लंबे समय से इस अमले पर नजर नहीं डालने की मंशा पर गहरे सवाल उठाए हैं। हाल ही मे दैनिक आचरण अखबार मे भी शहर मे आवारा कुत्तों की बेहिसाब बढ़ती आबादी पर निगम द्वारा अंकुश लगाने मे बरती जा रहीं उदासीनता की आलोचना की थी।
नवदुनिया ने उत्खनन से बने गड्ढ़ों के बारिश की वजह से छोटे- छोटे ताल तलैयों मे बदलने से बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकने के मुद्दे को अपनी पहली खबर बनाया है। ' खदाने बनीं मौत का मुहाना ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने खनिज विभाग की आलोचना करते हुए लिखा है कि खनिज विभाग ठेकेदारों को खदानों के आवंटन तक ही अपनी जिम्मेदारी मानता है जिले भर मे करीब 294 वैध व दो सैकड़ा अवैध खदानें हैं लेकिन खुदाई के बाद ये खदानें किस हाल में हैं उनसे लोगों को क्या खतरा हो सकता है इस बात पर वह कभी ध्यान नहीं देता है। हाल ही में इन खदानों मे डूबने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई मरने वालों मे कुछ बच्चे भी शामिल हैं।
दैनिक भास्कर ने सागर के सहकारिता बैंक को घाटे से उबारने के लिए चल रही कवायद के तहत ही विशेषज्ञों की मदद लिए जाने के विभाग के निर्णय को अपनी पहली सुर्खी बनाया है।
इसके अलावा दैनिक आचरण ने जिले के डफरिन अस्पताल मे डाक्टरों की मनमानी होने व जगह जगह लगे अश्लील पोस्टरों से शहर की फिजां बिगडने के बारे में खबर लगाकर संबंधित विभागों का ध्यान खींचा है नवदुनिया ने स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों से निपटने के लिए अतिथि शिक्षकों की मदद लेने की रणनीति के बारे मे बाटम खबर लगाई है। खबर मे लिखा है कि एक हफ्ते तक स्कूल से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षक की जगह अतिथि शिक्षकों को पढाने की जिम्मदारी सौपी जाएगी। खबर मे जिला शिक्षा केन्द्र के जिला कार्यक्रम समन्वयक रमाकांत तिवारी ने नई व्यवस्था से शिक्षा मे गुणात्मक सुधार व परीक्षओं मे बेहतर नतीजे आने की उम्मीद जताई है।
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