Thursday, August 21, 2008

हडतालों की रेलमपेल मे गुम हुई आम जनता और उसके हित.....

आज अखबारों की सुर्खियां हड़ताल के नाम हीं रही। लेकिन भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र समिति के प्रदेशाध्यक्ष व कांग्रेस पार्टी की चुनाव अभियान समिति के संभागीय प्रभारी की सागर मे मौजूदगी की वजह से शहर का राजनैतिक माहौल भी काफी गर्माया रहा।
नवदुनिया ने ' बंद का बुधवार ' राजएक्सप्रेस ने 'हड़ताल के नाम रहा बुधवार- हलाकान रहे लोग' दैनिक जागरण ने 'चक्का जाम कर दी गिरफ्तारियां' व दैनिक भास्कर ने 'हड़ताल-जरूरी सेवाएं प्रभावित' शीर्षक से हड़ताल की खबरों को फ्रंट पेज पर काफी अहमियत से छापा। अखबारों ने लिखा है कि केन्द्रीय विभागों -बीएसएनएल, डाकघर और बैंकिग क्षेत्र के कर्मचारियों का सीटू व एटक जैसे मजदूर संगठनों के नेतृत्व मे एक दिवसीय हड़ताल पर रहने से आम जीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त रहा ।
दैनिक जागरण ने नगर निगम के दैनिक वेतन भोगी कर्म्रचारियों के नियमितिकरण के लिए महापौर के खासमखास पार्षदों की समिति के द्वारा बनाई जा रही सूची मे जमकर घालमेल किए जाने के आरोपों को लेकर एक बड़ी खबर लगाई है। ' महापौर की छानबीन समिति ने किया सूची मे खेल ' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि निगम मे यह खबर फैलते ही कि दैवेभो को नियमित करने के लिए पार्षदों के हस्ताक्षर से लगाए गए दस्तावेजों की सूची को लोकायुक्त के पास भेजा गया है, पार्षदों द्वारा चुपचाप ऐसे सारे दस्तावेज को सूची से निकलवा लिया। दस्तावेज सलंग्न नहीं होने की वजह से दैवभो के नियमितकरण की सूची भेजने का मामला अधर मे लटक गया है। चुनाव आचार संहिता की घोषणा का वक्त करीब आने से दैवेभो का अपने नियमितिकरण का मामला खटाई मे पड़ता नजर आ रहा है इसीलिए उन्होने निगमायुक्त को चेतावनी दी है कि अगर शनिवार तक उनकी सूची भोपाल नहीं भेजी तो वे हड़ताल पर चले जाएंगें।
स्व राजीवगांधी के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मे कांग्रेसी नेताओं ने मप्र की भाजपा सरकार पर प्रदेश मे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के खुलकर आरोप लगाए। दैनिक जागरण ने 'मंत्री को बख्शा गरीब को जेल मे डाला ' शीर्षक से लगाई खबर मे कांग्रेस के पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह के हवाले से लिखा है कि भाजपा द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का ही नतीजा है जो गृह राज्य मंत्री रामदयाल अहिरवार को आठ साल से बिजली चोरी किए जाने पर बख्श दिया जबकि उनके पड़ोस मे ही रहने वाले एक गरीब जिसका एक बत्ती कनेक्शन भी कटचुका था को 40 हजार रूपए का बिल भेजा व नहीं चुका पाने पर जेल मे डाल दिया।
उधर भाजपा की चुनाव घोषणा पत्र बनाए जाने के सिलसिले मे हुई बैठक मे नगर निगम के महापौर प्रदीप लारिया व सागर की विधायक सुधा जैन के बीच की तनातनी एक बार फिर सामने आ गई। गौरतलब है कि निर्यात कर के मामले मे विधायक व महापौर के बीच लंबे समय से ठनी हुई है।

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