Wednesday, August 20, 2008

आंकड़ों के आइने मे विधायकों का परफार्मेंस....

करीब आते विधानसभा चुनावों के चलते आए दिन अखबारों मे एक एक अच्छी राजनैतिक रपट पाठकों को पढ़ने मिल ही जाती है। विश्वविद्यालय भी अखबारों के लिए हर रोज काफी मसाला मुहैया कराने लगा है। शहर की अव्यवस्थाएं प्रशासनिक हलकों का भ्रष्टाचार की खबरें तो शायद ही कोई ऐसा दिन आता हो जब अखबारों मे नजर आएं।

ऐन चुनावी बेला के पहले दैनिक जागरण ने सागर लोक सभा क्षेत्र के आठों विधायकों द्वारा जनहित मे विकास कार्य कराने हेतु सरकार द्वारा हर साल विधायक निधि मे दिए जाने वाले 80 लाख रूपए का लेखा जोखा सामने रख कर जनप्रतिधियों के होश उड़ा दिए हैं। ' विधायक निधि खर्च करने की तैयारी ' शीर्षक से लगाई पहली सुर्खी मे अखबार ने साफ कर दिया है कि इस निधि को जन हित मे किस विधायक ने मुक्त हाथ से खर्च किया है और कौन इस पर सांप की तरह कुण्डली मारकर बैठा रहा। खबर के मुताबिक तो जनहित मे विधायक निधि खर्च करने मे खुरई के विधायक धरमू राय अव्वल स्थान पर रहे। लेकिन योजना एवं सांख्यकीय कार्यालय द्वारा जुलाई 08 तक मंजूर कार्य प्रस्तावों के मुताबिक मप्र के कृषि एवं सहाकारिता मंत्री सबसे अंतिम स्थान पर रहे हैं। अखबार ने लिखा है कि चुंकि विधान सभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने ही वाली है इसलिए विधायकों की ओर से जिला योजना एवं सांख्यकीय विभाग मे थोक बंद प्रस्ताव भेजे जाने लगें हैं।
नवदुनिया ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिन के मौके पर उनपर एक विशेष रपट छाप कर बताया है कि उन्होने अपनी पहली चुनावी सभा को सागर मे ही संबोधित किया था। अखबार ने लिखा है कि सागर के तत्कालीन सांसद सहोद्राबाई राय के निधन से खाली हुई सीट के लिए हुए उपचुनाव मे कांग्रेस के उम्मीदवार श्यामलाल ठक्कर के पक्ष मे 24 दिसबंर 1981 को सागर मे स्व० राजीव गांधी ने अपनी पहली चुनावी आमसभा संबोधत की थी। खबर में उस वक्त श्री गांधी की नजदीक रहने का मौका हासिल करने वाले स्थानीय कांग्रेसी नेताओं के बयान भी छपे मे हैं जिसमे उन नेताओं ने श्री गांधी को ऐसा मिलनसाल व संस्कारवान नेता बताया है जो ने पहले कभी हुआ न भविष्य मे कभी होगा।
राज एक्सप्रेस ने सागर विश्वविद्यालय मे छात्रों द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए जा रहे हंगामें को आज फिर अपनी पहली सुर्खी बनाया है। 'छात्रों ने लगाया ताला ' शीर्षक से छापी खबर मे अखबार ने लिखा है कि वाण्ज्यि विभाग से प्रवेश हेतु डिमाण्ड फार्म नहीं मिलने से नाराज छात्रों ने विश्विविद्यालय के मुख्य कार्यालय मे ताला डाल दिया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के ही शिक्षकों द्वारा स्नातकोत्तर कक्षाओं मे एकीकृत पाठ्यक्रम लागू नहीं किए जाने की मांग को लेकर राज्यपाल को भेजे ज्ञापन की खबर को भी फ्रंट पेज पर छापा है। दैनिक आचरण ने एक बार फिर सागर के तालाब पर बयान बाजी के आगे उद्धार के नाम पर नगर निगम प्रशासन द्वारा एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाए जाने पर चिंता जताई है। खबर मे लिखा है कि तालाब मे जलकुंभी उग आने आस पास का सारा माहैल बदबू से भर गया है। बदबू से लोगों का जीना हराम हो रहा है लेकिन निगम व अन्य संबंधित विभागों के कांनों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
दैनिक भास्कर ने आधिकारिक आंकडों के आधार पर सागर को प्रदेश का सबसे गरीब जिला बताया है। 'राशन के आंकड़ों मे सागर गरीब ' शीर्षक से छापी खबर मे अखबार ने भोपाल स्थित पीडीएस कार्यालय के हवाले से लिखा है कि प्रदेश मे सबसे ज्यादा बीपीएल कार्ड धारक सागर जिले मे हैं। वर्तमान मे सागर की जनसंख्या 20 लाख 22 हजार है जबकि मार्च -08 तक बीपीएल राशन कार्डधारियों की संख्या 2 लाख 75 हजार 681 है।

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