सागर विश्वविद्यालय पिछले कुछ समय से लगातार अखबारों की सुर्खियों मे बना हुआ है। लेकिन विवि ज्यादातर अटपटे निर्णयों, भ्रष्टाचार, आरोपों-प्रत्यारोपों व बदइंतजामी से जुड़ी खबरों की वजह से ही लाइम लाइट मे रहा है।
एम-फार्म के पाठ्यक्रम मे आधा दर्जन सीटें घटाने के विश्वविद्यालय के प्रशासन के निर्णय से भड़के छात्रों द्वारा विभिन्न राजनैनिक दलों के युवा संगठनों के नेतृत्व मे हुए प्रदर्शन के तहत फार्मेसी विभाग में ताला डाल देने की खबर को लगभग सभी अखबारों ने बड़ी प्रमुखता से छापा है। नवदुनिया ने ' विश्वव़ि़द्यालय मे हंगामा, राज एक्सप्रेस ने ' सीटें कम होने से भड़के छात्र ' व दैनिक भास्कर ने ' छात्रों ने फिर किया हंगामा' शीर्षक से इस खबर को लगाया है। अखबारों ने लिखा है कि भड़के छात्रों को काबू मे लाने के लिए पुलिस प्रशासन को तीन थानों से पुलिस बल को बुलाना पड़ा।
दैनिक जागरण ने उमा भारती के राजनैतिक भविष्य पर उनके पुराने साथी प्रहलाद पटेल के एक बयान के आधार पर एक खास रपट लगाई है। 'उमा की नियत मे शुरू से खोट' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने प्रहलाद पटेल के हवाले से लिखा है कि उमा भाजश के गठन के बाद से ही अपने लक्ष्य तय नहीं कर सकीं। उनके हमेशा असमंजस मे रहने की वजह से तीसरा विकल्प खड़ा नहीं हो सका। इसी विषय पर दैनिक आचरण ने ' अब भी रोका जा सकता है भाजपा व कांग्रेस को सत्ता मे आने से' शीर्षक से खास खबर लगाई है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के सागर मे हुए अनुसूचित जनजाति के िजला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन मे पधारी कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष विजय लक्ष्मी साधों ने भी अपने कार्यकर्ताओं से भाजपा को सत्ता ने नहीं आने देने का आव्हान किया है। इस खबर को भी सभी अखबारों मे अच्छा कवरेज मिला है। दैनिक आचरण ने ' भाजपा को सबक सिखाने का आव्हान' व दैनिक भास्कर ने ' दलितों पर अत्याचार बढ़े' शीर्षक से इस खबर को लगाया।
इसके अलावा 'भारतीय स्टेट बैंक की हड़ताल व उससे आम जनता को हुईं परेशानियां, अच्छी बारिश से बिजली कंपनियों को राहत मिलने, पुलिस द्वारा संदिग्ध लोगों पर खुफिया नजर रखे जाने व कांस के फूल खिलने को वर्षा ऋतु के समाप्त होना मानने की आम धारणा व उस पर मौसम विभाग की असहमति से जुडी़ खबरों को भी अखबारों मे अच्छा स्थान मिला है।
एम-फार्म के पाठ्यक्रम मे आधा दर्जन सीटें घटाने के विश्वविद्यालय के प्रशासन के निर्णय से भड़के छात्रों द्वारा विभिन्न राजनैनिक दलों के युवा संगठनों के नेतृत्व मे हुए प्रदर्शन के तहत फार्मेसी विभाग में ताला डाल देने की खबर को लगभग सभी अखबारों ने बड़ी प्रमुखता से छापा है। नवदुनिया ने ' विश्वव़ि़द्यालय मे हंगामा, राज एक्सप्रेस ने ' सीटें कम होने से भड़के छात्र ' व दैनिक भास्कर ने ' छात्रों ने फिर किया हंगामा' शीर्षक से इस खबर को लगाया है। अखबारों ने लिखा है कि भड़के छात्रों को काबू मे लाने के लिए पुलिस प्रशासन को तीन थानों से पुलिस बल को बुलाना पड़ा।
दैनिक जागरण ने उमा भारती के राजनैतिक भविष्य पर उनके पुराने साथी प्रहलाद पटेल के एक बयान के आधार पर एक खास रपट लगाई है। 'उमा की नियत मे शुरू से खोट' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने प्रहलाद पटेल के हवाले से लिखा है कि उमा भाजश के गठन के बाद से ही अपने लक्ष्य तय नहीं कर सकीं। उनके हमेशा असमंजस मे रहने की वजह से तीसरा विकल्प खड़ा नहीं हो सका। इसी विषय पर दैनिक आचरण ने ' अब भी रोका जा सकता है भाजपा व कांग्रेस को सत्ता मे आने से' शीर्षक से खास खबर लगाई है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के सागर मे हुए अनुसूचित जनजाति के िजला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन मे पधारी कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष विजय लक्ष्मी साधों ने भी अपने कार्यकर्ताओं से भाजपा को सत्ता ने नहीं आने देने का आव्हान किया है। इस खबर को भी सभी अखबारों मे अच्छा कवरेज मिला है। दैनिक आचरण ने ' भाजपा को सबक सिखाने का आव्हान' व दैनिक भास्कर ने ' दलितों पर अत्याचार बढ़े' शीर्षक से इस खबर को लगाया।
इसके अलावा 'भारतीय स्टेट बैंक की हड़ताल व उससे आम जनता को हुईं परेशानियां, अच्छी बारिश से बिजली कंपनियों को राहत मिलने, पुलिस द्वारा संदिग्ध लोगों पर खुफिया नजर रखे जाने व कांस के फूल खिलने को वर्षा ऋतु के समाप्त होना मानने की आम धारणा व उस पर मौसम विभाग की असहमति से जुडी़ खबरों को भी अखबारों मे अच्छा स्थान मिला है।
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