Tuesday, August 26, 2008

टीवी के रियलिटी शोज की रियलिटी....

टीआरपी बढ़ाने की होड़ मे टीवी चैनलों पर आजकल रियलिटी शो का दौर चला हुआ है। इन रियलिटी शो से जुड़े ग्लैमर पैसे की चर्चाओं से प्रभावित होकर छोटे-छोटे गांवो शहरों के युवा भी इनमे शामिल होने को बेताब नजर आने लगे हैं। हालांकि वो यह नहीं जानते हैं कि इन शो में शिरकत करना कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

राज एक्सप्रेस ने सागर के ऐसे ही एक युवक के इंदौर मे शूट हो रहे एक रियलटी शो मे शामिल होने के बाद हुए हादसे पर एक खास रपट लगाई है। ' मुसीबत मे हैं परिवार' शीर्षक से लगाई पहली सुखी मे अखबार ने लिखा है। 12 जुलाई को इंदौर घूमने गए सागर के 22 वर्षीय युवक अंजार ने उत्सुकता वश ट्रेजर आयलैंण्ड मे खतरों के खिलाड़ी रियलटी शो की शूटिंग मे हिस्सा ले लिया। एक कांच के बाक्स मे ज्यादा समय तक तैरने का स्टंट दिखाने की कोशिश उसका शरीर सह नहीं पाया। इस हादसे मे घायल हुआ युवक शरीर से बुरी तरह टूट चुका है वो बोलने के हालात मे भी नहीं हैं। इस हादसे से उसकी विधवा मां व नाना उसके इलाज मे तन व धन से बुरी तरह टूट गए। खबर मे लिखा है कि इस सब मामले मे सीरियल बनाने वाली कंपनी कोरे आश्वासन देकर मुबंई भाग गई है। विधवा मां और उसके बूढे़ पिता भगवान भरोसे अंजार के ईलाज कराने मे लगे हें।
नवदूनिया ने राज्य व केन्द्र के विभागों के बीच की पेचीदगियों पर लीड खबर लगाई है।' सेंट्रल स्कूल भवन की राह मे रोड़े' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने खुलासा किया है कि सागर मे सेंट्रल स्कूल क्रमांक 3 के भवन निर्माण हेतु तत्कालीन कलेक्टर द्वारा तिली गांव मे जमीन आवंटित किए जाने के बाद केन्द्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली की ओर से समस्त कागजी कार्यवाहियों पूर्ण होने के बाद नियुक्त निर्माण ऐजेंसी सीपीडब्ल्यू ने आवंटित जमीन पर काम शुरू किया तो जिला प्रशासन ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि स्कूल के लिए अब नई जमीन आवंटित की गई है। खबर मे केन्द्रीय विद्यालय संगठन के क्षेत्रीय प्रशासनिक अधिकारी ने जिला प्रशासन के इस निर्णय को समझ से परे बताया है। वहीं खबर मे यह भी लिखा है कि जिला कलेक्टर राज्य की गृह निर्माण ऐजेसी को ही सेट्रल स्कूल के भवन की निर्माण ऐजेंसी बनाए जाने मे इच्छुक हैं जबकि इस बात को केन्द्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली ने एक सिरे से खारिज कर दिया है।
दैनिक आचरण ने शहर मे मलेरिया रोग के तेजी से फैलने व मलेरिया विभाग की उदासीनता को पर एक बड़ी खबर लगाई है।
दैनिक भास्कर ने आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र बनाए जाने की प्रक्रिया पर लगाई रपट मे बताया है कि जिले मे कुल मतदाता की संख्या करीब साढे़ बारह लाख है लेकिन अभी तक लगभग 10 लाख मतदाताओं के पहचान पत्र ही बन सके हैं। वहीं सागर के मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य के धीमी गति से चलने पर जिला प्रशासन द्वारा निर्माण ऐजेंसी को तय सीमा मे काम पूरा करने का अल्टीमेटम देने को अव्यवहारिक बताया है।

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