निजी बस आपरेटरों की प्रदेशव्यापी हड़ताल के साथ-साथ विश्वविद्यालय मे कल हुआ छात्रों का उपद्रव आज भी अखबारों की सुर्खियों मे छाया रहा। शहर मे चल रहीं गणेशोत्सव की तैयारियों के अंतिम दौर मे पहुचने व प्रशासनिक भ्रष्टाचार से जुड़ीं खबरों को भी सुर्खियों मे काफी जगह मिली।
नवदुनिया में ' जिद बनी परेशानी ' की सुर्खी से छपी खबर मे निजी बसों की हड़ताल से लोगों को हुई दिक्कतों का जिक्र किया गया है। अखबार ने लिखा है कि बसों की हड़ताल के चलते जहां एक ओर ट्रेनों मे रोज से ज्यादा भीड़ रही वहीं निजी टैक्सियों, टेम्पो व जीप जैसे सवारी वाहनों की पौ बारह रही। राज एक्सप्रेस ने इसी खबर को ' फिर थमे बसों के पहिए' अपनी पहली सुर्खी बनाया। जबकि दैनिक आचरण व दैनिक भास्कर ने बस हड़ताल समाप्ति की खबर लगाई है। दैनिक भास्कर ने ' आज से सड़कों पर दौड़ेगीं बसें' शीर्षक से लगाई खबर मे लिखा है कि बस आपरेटरों ने फोन पर मिले मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद शाम को हड़ताल समाप्त कर दी। खबर मे लिखा है कि एक सितंबर को भोपाल मे मुख्यमंत्री प्रदेश भर के बस आपरेटरों से मुलाकात करेगें।
दैनिक जागरण ने ' दहशत के साए मे विश्वविद्यालय कैंपस ' शीर्षक से लगाई फॉलोअप खबर मे लिखा है कि विश्वविद्यालय मे मंगलवार को छात्रों के दो गुटों के बीच हुए टकराव की वजह से बुधवार को भी विश्वविद्यालय मे दहशत का माहौल बने रहने से कक्षाओं मे विद्यार्थियों की हाजिर कम ही रही। हालांकि इस संबंध मे विश्वविद्यालय, जिला प्रशासन व पुलिस की बैठक हुई। जिसमे कुलपति के आग्रह पर प्रशासन ने विवि मे कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन दिया है। नवदुनिया ने भी ' छात्रों मे दहशत, अधिकारी उदासीन' शीर्षक से लगाई खबर मे छात्र-गुटों मे हुए टकराव से विवि के प्राक्टोरियल बोर्ड द्वारा स्वयं को दूर रखे जाने पर आश्चर्य जताया है।
इसके अलावा अन्य खास खबरों मे नवदुनिया ने ' उत्सव की तैयारी में पर्यावरण को भूले' सुर्खी से छपी बाटम खबर मे गणेशजी प्रतिमाओं के निर्माण मे खुलकर रसायनिक रंगों का प्रयोग किया जाना पर्यावरण की दृष्टि से हानिकारक बताया है। खबर मे चिंता जताई गई है कि इन प्रतिमाओं का जल मे विसर्जन किए जाने से जलस्रोतों के प्रदूषित होने का खतरा पैदा हो गया है। वहीं दैनिक जागरण ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत सरकार द्वारा शाला भवनों, अतिरिक्त कक्षों, शौचालय व किचिन शेड के निर्माण पर बिना पुख्ता मानिटरिंग के करोड़ों रूपए खर्च किए जाने का मुद्दा उठाया है। अखबार ने 'विकास यात्रा का एक पहलू यह भी' शीर्षक से लगाई खबर मे बण्डा विकासखण्ड के एक गांव किरौला के स्कूल का हवाला देते हुए लिखा है कि स्कूलों के निर्माण कार्य मे अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है लेकिन प्रदेश सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों मिलने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
नवदुनिया में ' जिद बनी परेशानी ' की सुर्खी से छपी खबर मे निजी बसों की हड़ताल से लोगों को हुई दिक्कतों का जिक्र किया गया है। अखबार ने लिखा है कि बसों की हड़ताल के चलते जहां एक ओर ट्रेनों मे रोज से ज्यादा भीड़ रही वहीं निजी टैक्सियों, टेम्पो व जीप जैसे सवारी वाहनों की पौ बारह रही। राज एक्सप्रेस ने इसी खबर को ' फिर थमे बसों के पहिए' अपनी पहली सुर्खी बनाया। जबकि दैनिक आचरण व दैनिक भास्कर ने बस हड़ताल समाप्ति की खबर लगाई है। दैनिक भास्कर ने ' आज से सड़कों पर दौड़ेगीं बसें' शीर्षक से लगाई खबर मे लिखा है कि बस आपरेटरों ने फोन पर मिले मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद शाम को हड़ताल समाप्त कर दी। खबर मे लिखा है कि एक सितंबर को भोपाल मे मुख्यमंत्री प्रदेश भर के बस आपरेटरों से मुलाकात करेगें।
दैनिक जागरण ने ' दहशत के साए मे विश्वविद्यालय कैंपस ' शीर्षक से लगाई फॉलोअप खबर मे लिखा है कि विश्वविद्यालय मे मंगलवार को छात्रों के दो गुटों के बीच हुए टकराव की वजह से बुधवार को भी विश्वविद्यालय मे दहशत का माहौल बने रहने से कक्षाओं मे विद्यार्थियों की हाजिर कम ही रही। हालांकि इस संबंध मे विश्वविद्यालय, जिला प्रशासन व पुलिस की बैठक हुई। जिसमे कुलपति के आग्रह पर प्रशासन ने विवि मे कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने का आश्वासन दिया है। नवदुनिया ने भी ' छात्रों मे दहशत, अधिकारी उदासीन' शीर्षक से लगाई खबर मे छात्र-गुटों मे हुए टकराव से विवि के प्राक्टोरियल बोर्ड द्वारा स्वयं को दूर रखे जाने पर आश्चर्य जताया है।
इसके अलावा अन्य खास खबरों मे नवदुनिया ने ' उत्सव की तैयारी में पर्यावरण को भूले' सुर्खी से छपी बाटम खबर मे गणेशजी प्रतिमाओं के निर्माण मे खुलकर रसायनिक रंगों का प्रयोग किया जाना पर्यावरण की दृष्टि से हानिकारक बताया है। खबर मे चिंता जताई गई है कि इन प्रतिमाओं का जल मे विसर्जन किए जाने से जलस्रोतों के प्रदूषित होने का खतरा पैदा हो गया है। वहीं दैनिक जागरण ने सर्वशिक्षा अभियान के तहत सरकार द्वारा शाला भवनों, अतिरिक्त कक्षों, शौचालय व किचिन शेड के निर्माण पर बिना पुख्ता मानिटरिंग के करोड़ों रूपए खर्च किए जाने का मुद्दा उठाया है। अखबार ने 'विकास यात्रा का एक पहलू यह भी' शीर्षक से लगाई खबर मे बण्डा विकासखण्ड के एक गांव किरौला के स्कूल का हवाला देते हुए लिखा है कि स्कूलों के निर्माण कार्य मे अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है लेकिन प्रदेश सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों मिलने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।
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