जिले का पुलिस महकमा अपनी ढीली-ढाली कार्यप्रणाली और बेरूखीपूर्ण रवैये की वजह से अब बुरी तरह से आरोपों से घिरता जा रहा है। अखबारों मे रोज उसके खिलाफ आरोपों की झड़ी लग रही है। महकमे के प्यादे से लेकर कप्तान तक आलोचनाओं के घेरे मे आ गए हैं।
दैनिक आचरण ने एक ग्रांव से दबंगों के अत्चारों से पीड़ित दलित परिवारों कीं 50 से ज्यादा महिलाओं व बच्चों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपनी समस्या रखे जाने को अपनी पहली सुर्खी बनाया है। अखबार ने ' पुलिस की मंशा नहीं महिलाएं हों सशक्त' शीर्षक से खबर में लिखा है कि दलित महिलाओं की शिकायत के प्रति कप्तान की बेरूखी व अजाक्स थाने मे दलितों के उत्थान के लिए संचालित सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण केन्द्र के लंबे समय से निष्क्रिय पड़े रहने से जिले का दलित समुदाय अधिक असुरक्षित बन गया है।
देवरी विकासखण्ड से पौने दो लाख मूल्य की सागौन की अवैध लकड़ी के पकड़े जाने की खबर को सभी अखबारों ने मुख्य पेज की सुर्खी बनाया है। राज एक्सप्रेस ने ' पौने दो लाख की सागौन बरामद, पांच गिरफ्तार', दैनिक जागरण ने ' नौरादेही से पौने दो लाख की सागौन जब्त', दैनिक भास्कर ने 'सूरादेही मे 29 नग सागौन जब्त' व दैनिक नई दुनिया ने ' देवरी मे अस्सी हजार ही की सागौन पकडी' शीर्षक से इस खबर को लगाया है। लेकिन दैनिक नई दुनिया अखबार द्वारा जब्त सागौन की कीमत महज अस्सी हजार रूपए बताई है। जबकि अन्य सभी अखबारों मे यह आंकड़ा पौने दो लाख का है। तथ्यों का यह अंतर जागरूक पाठकों के मन मे सवाल पैदा किए बिना नहीं रहेगा।
बीना रिफायनरी के मजदूरों के भड़कने से काम बंद होने की खबर को राज एक्सप्रेस ने अपनी पहली खबर बनाया है। खबर मे लिखा है कि रिफायनरी मे बुनियादी सुविधाओं की अभाव की वजह से यह हादसा हुआ।
नवदुनिया ने 'देशी त्यौहार विदेशी बाजार' शीर्षक से लगाई खबर मे बाजार मे विदेशी राखी खिलौने की भरमार होने का उल्लेख किया है। दैनिक भास्कर ने सावन के झूले पड़ने से पहले मंदिरों में हुई सजावट व नागपंचमी पर्व पर सांपों के प्रदर्शन पर रोक लगाने संबंधी मांगों के सिलसिले मे मौसमी खबरों के अलावा आयुर्वेद अस्पतालों की बदइंतजामी पर खास खबर लगाई है। ' कंपाउण्ड टटोल रहे हैं मरीजों की नब्ज' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि जिले मे कुल 48 आयुर्वेद चिकित्सालय हैं इनमें से 14 मे डॉक्टर पदस्थ नहीं हैं। इन अस्पतालों मे मरीजों का इलाज यहां नियुक्त कंपाउंण्डर कर रहें हैं। दैनिक जागरण ने स्कूली विद्यार्थियों को मुफ्त गणवेश यानि ड्रेस वितरण मे हो रहे घोटाले का सनसनीखेज खुलासा किया है।
'छात्राओं की ड्रेस में कमीशन का खेल' शीर्षक से लगाई बैनर खबर मे अखबार ने लिखा है कि जिला पंचायत सभापति के निरीक्षण मे अनेक गांवों मे कपड़ा व्यापारियों द्वारा शिक्षा विभाग व पालक शिक्षा संघ से सांठगांठ कर स्कूलों मे थोकबंद ड्रेसों की आपूर्ति किए जाने की बात सामने आई है। गणवेश वितरण हेतु विकासखण्ड स्तर पर मेले लगाए जाने की सरकार की योजना के फ्लाप होने से यह खेल पूरे जोर पर पहुंच गया है।
इसके अलावा राज एक्सप्रेस ने विकलांग पुनर्वास केन्द्र के कर्मचारियों को पिछले छह माह से मानदेय नहीं मिलने से हुए बदतर हालातों व दैनिक जागरण ने अनुदान की कीटनाशक दवाओं को विभाग द्वारा गरीब किसानों की जगह समृद्ध किसानों को बांट देने की खबर को काफी अहमियत से छापा है।
दैनिक आचरण ने एक ग्रांव से दबंगों के अत्चारों से पीड़ित दलित परिवारों कीं 50 से ज्यादा महिलाओं व बच्चों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपनी समस्या रखे जाने को अपनी पहली सुर्खी बनाया है। अखबार ने ' पुलिस की मंशा नहीं महिलाएं हों सशक्त' शीर्षक से खबर में लिखा है कि दलित महिलाओं की शिकायत के प्रति कप्तान की बेरूखी व अजाक्स थाने मे दलितों के उत्थान के लिए संचालित सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण केन्द्र के लंबे समय से निष्क्रिय पड़े रहने से जिले का दलित समुदाय अधिक असुरक्षित बन गया है।
देवरी विकासखण्ड से पौने दो लाख मूल्य की सागौन की अवैध लकड़ी के पकड़े जाने की खबर को सभी अखबारों ने मुख्य पेज की सुर्खी बनाया है। राज एक्सप्रेस ने ' पौने दो लाख की सागौन बरामद, पांच गिरफ्तार', दैनिक जागरण ने ' नौरादेही से पौने दो लाख की सागौन जब्त', दैनिक भास्कर ने 'सूरादेही मे 29 नग सागौन जब्त' व दैनिक नई दुनिया ने ' देवरी मे अस्सी हजार ही की सागौन पकडी' शीर्षक से इस खबर को लगाया है। लेकिन दैनिक नई दुनिया अखबार द्वारा जब्त सागौन की कीमत महज अस्सी हजार रूपए बताई है। जबकि अन्य सभी अखबारों मे यह आंकड़ा पौने दो लाख का है। तथ्यों का यह अंतर जागरूक पाठकों के मन मे सवाल पैदा किए बिना नहीं रहेगा।
बीना रिफायनरी के मजदूरों के भड़कने से काम बंद होने की खबर को राज एक्सप्रेस ने अपनी पहली खबर बनाया है। खबर मे लिखा है कि रिफायनरी मे बुनियादी सुविधाओं की अभाव की वजह से यह हादसा हुआ।
नवदुनिया ने 'देशी त्यौहार विदेशी बाजार' शीर्षक से लगाई खबर मे बाजार मे विदेशी राखी खिलौने की भरमार होने का उल्लेख किया है। दैनिक भास्कर ने सावन के झूले पड़ने से पहले मंदिरों में हुई सजावट व नागपंचमी पर्व पर सांपों के प्रदर्शन पर रोक लगाने संबंधी मांगों के सिलसिले मे मौसमी खबरों के अलावा आयुर्वेद अस्पतालों की बदइंतजामी पर खास खबर लगाई है। ' कंपाउण्ड टटोल रहे हैं मरीजों की नब्ज' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि जिले मे कुल 48 आयुर्वेद चिकित्सालय हैं इनमें से 14 मे डॉक्टर पदस्थ नहीं हैं। इन अस्पतालों मे मरीजों का इलाज यहां नियुक्त कंपाउंण्डर कर रहें हैं। दैनिक जागरण ने स्कूली विद्यार्थियों को मुफ्त गणवेश यानि ड्रेस वितरण मे हो रहे घोटाले का सनसनीखेज खुलासा किया है।
'छात्राओं की ड्रेस में कमीशन का खेल' शीर्षक से लगाई बैनर खबर मे अखबार ने लिखा है कि जिला पंचायत सभापति के निरीक्षण मे अनेक गांवों मे कपड़ा व्यापारियों द्वारा शिक्षा विभाग व पालक शिक्षा संघ से सांठगांठ कर स्कूलों मे थोकबंद ड्रेसों की आपूर्ति किए जाने की बात सामने आई है। गणवेश वितरण हेतु विकासखण्ड स्तर पर मेले लगाए जाने की सरकार की योजना के फ्लाप होने से यह खेल पूरे जोर पर पहुंच गया है।
इसके अलावा राज एक्सप्रेस ने विकलांग पुनर्वास केन्द्र के कर्मचारियों को पिछले छह माह से मानदेय नहीं मिलने से हुए बदतर हालातों व दैनिक जागरण ने अनुदान की कीटनाशक दवाओं को विभाग द्वारा गरीब किसानों की जगह समृद्ध किसानों को बांट देने की खबर को काफी अहमियत से छापा है।
No comments:
Post a Comment
If you have something to say about any News, Issues or about any thing under the sun. Just write in the blank space given below and Post It.We always welcome your comments and opinions.