विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही अखबारों की सुर्ख्रियों मे राजनीतिक खबरों का दबदबा बना रहना तय हो गया है। चुनाव पूरे होने तक अखबरों में राजनैतिक दलों के दावा-प्रत्यारोपों, चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन व चुनावों की तैयारियों से जुड़ी खबरें ज्यादा नजर आंएगी।आज की अखबारों की सुर्खियों भी कुछ हद तक इसी परिपाटी की झलक दिखा रहीं हैं।
दैनिक जागरण ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के 24 घण्टे के अंदर उसके उल्लंघन की खबरों का खुलासा करने मे बाजी मार ली है। अखबार ने 'नेताओं से छिना सरकारी वाहन सुख' शीर्षक से लगाई खबर मे व इसके साथ लगी फोटो के जरिए मप्र के मार्कफेड के प्रदेश उपाध्यक्ष को आचार संहिता लागू होने के बाद भी लाल बत्ती लगी सरकारी गाड़ी का उपयोग करने का खुलासा किया है। इसी मुद्दे पर नवदुनिया ने भी 'बत्ती वालों को देना पड़ी बत्ती' शीर्षक से छापी खबर मे लिखा है कि किसी भी पदाधिकारी ने अपनी लाल या पीली बत्ती की गाड़ी स्वप्रेरणा से जिला प्रशासन को नहीं सौंपी।
आचार संहिता के बाद राजनैतिक सरगर्मियों मे तेजी लाते हुए जहां भाजपा ने केन्द्र सरकार पर मप्र के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा हे। वहीं काग्रेस पार्टी ने कुपोषण के कारण प्रदेश भर मे पिछले पांच साल मे हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर भाजपा के खिलाफ अपना राजनैतिक हमला तेज कर दिया है। इस सिलसिले मे नवदुनिया ने 'भाजपा ने सौंपा ज्ञापन' व दैनिक जागरण ने ' किसान व्यापारी परेशान' शीर्षक से खबर लगाई है।
पहली खबर में नवदुनिया ने अतंर्राष्ट्रीय हैण्ड वाश डे पर सागर के स्कूलों के बच्चों से हाथ धुलवाने की शिक्षा विभाग की कवायद को फ्लाप शो बताया है। वहीं दैनिक भास्कर ने सागर मे चल रही 54वीं राष्ट्रीय शालेय प्रतियोगिता मे शामिल हुए विभिन्न प्रदेशो से आए बच्चों के आपसी मेलजोल को सांस्कृतिक संगम बताया है।
राज एक्सप्रेस ने 'जमीन देने में हो रही है कंजूसी' शीर्षक से लगाई पहली खबर मे वनभूमि पर काबिज आदिवासी व अन्य परपरागत ग्रामीणों को अधिकार पत्र देने की प्रक्रिया को काफी धीमे चलने का मुद्दा उठाया है। अखबार ने लिखा है कि जनवरी 2008 से शुरू हुए इस अभियान मे सागर संभाग के चार जिलों मे अभी तक एक भी वनाधिकार नहीं सौपा गया है।
अन्य अहम खबरों मे नवदुनिया व नवभारत ने सागर जिले की बंडा व देवरी तहसील मे दूषित मावा खाकर 5 दर्जन से ज्यादा लोगों के बीमार होने की खबर छापी है। दैनिक भास्कर ने 'सागर झील के सौदर्यीकरण का काम टेंडर प्रक्रिया मे उलझने, नवभारत व दैनिक आचरण ने भाजश द्वारा बंण्डा, मलहरा दमोह, पथरिया आदि स्थानों के प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने संबंधी खबरों को प्रमुखता से छापा है। साथ ही राष्ट्रीय शालेय खेल स्पर्धा मे मप्र के सेमीफायनल मे पहुंचने की खबर को सभी अखबारों ने स्थान दिया है।
दैनिक जागरण ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के 24 घण्टे के अंदर उसके उल्लंघन की खबरों का खुलासा करने मे बाजी मार ली है। अखबार ने 'नेताओं से छिना सरकारी वाहन सुख' शीर्षक से लगाई खबर मे व इसके साथ लगी फोटो के जरिए मप्र के मार्कफेड के प्रदेश उपाध्यक्ष को आचार संहिता लागू होने के बाद भी लाल बत्ती लगी सरकारी गाड़ी का उपयोग करने का खुलासा किया है। इसी मुद्दे पर नवदुनिया ने भी 'बत्ती वालों को देना पड़ी बत्ती' शीर्षक से छापी खबर मे लिखा है कि किसी भी पदाधिकारी ने अपनी लाल या पीली बत्ती की गाड़ी स्वप्रेरणा से जिला प्रशासन को नहीं सौंपी।
आचार संहिता के बाद राजनैतिक सरगर्मियों मे तेजी लाते हुए जहां भाजपा ने केन्द्र सरकार पर मप्र के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा हे। वहीं काग्रेस पार्टी ने कुपोषण के कारण प्रदेश भर मे पिछले पांच साल मे हुई बच्चों की मौत के मामले को लेकर भाजपा के खिलाफ अपना राजनैतिक हमला तेज कर दिया है। इस सिलसिले मे नवदुनिया ने 'भाजपा ने सौंपा ज्ञापन' व दैनिक जागरण ने ' किसान व्यापारी परेशान' शीर्षक से खबर लगाई है।
पहली खबर में नवदुनिया ने अतंर्राष्ट्रीय हैण्ड वाश डे पर सागर के स्कूलों के बच्चों से हाथ धुलवाने की शिक्षा विभाग की कवायद को फ्लाप शो बताया है। वहीं दैनिक भास्कर ने सागर मे चल रही 54वीं राष्ट्रीय शालेय प्रतियोगिता मे शामिल हुए विभिन्न प्रदेशो से आए बच्चों के आपसी मेलजोल को सांस्कृतिक संगम बताया है।
राज एक्सप्रेस ने 'जमीन देने में हो रही है कंजूसी' शीर्षक से लगाई पहली खबर मे वनभूमि पर काबिज आदिवासी व अन्य परपरागत ग्रामीणों को अधिकार पत्र देने की प्रक्रिया को काफी धीमे चलने का मुद्दा उठाया है। अखबार ने लिखा है कि जनवरी 2008 से शुरू हुए इस अभियान मे सागर संभाग के चार जिलों मे अभी तक एक भी वनाधिकार नहीं सौपा गया है।
अन्य अहम खबरों मे नवदुनिया व नवभारत ने सागर जिले की बंडा व देवरी तहसील मे दूषित मावा खाकर 5 दर्जन से ज्यादा लोगों के बीमार होने की खबर छापी है। दैनिक भास्कर ने 'सागर झील के सौदर्यीकरण का काम टेंडर प्रक्रिया मे उलझने, नवभारत व दैनिक आचरण ने भाजश द्वारा बंण्डा, मलहरा दमोह, पथरिया आदि स्थानों के प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने संबंधी खबरों को प्रमुखता से छापा है। साथ ही राष्ट्रीय शालेय खेल स्पर्धा मे मप्र के सेमीफायनल मे पहुंचने की खबर को सभी अखबारों ने स्थान दिया है।
महेश इंदूरखा , सिविल लाडन बिलासपुर नेता जी को सबसे ज्यादा प्यारी कुर्सी ही होती है। इसके नाम पर ईमान, रिश्ते नाते छोड़ना नेता के लिए चुटकियों का खेल हैं। लेकिन कुर्सी व लाल या पीली बत्ती की गाड़ी छोड़ना उसके लिए जान छोड़ने जैसी बात होती है।
ReplyDeleteRavi Malhotra, Mulund, Mumbai I always apriciate those smart journalist who keep an sharp eye on these cunning and unfaithful politicians. congrats Keep it up.
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