Saturday, October 18, 2008

गुरू व मां-बाप से बड़ी कोई ताकत नहीं-सतपाल महाराज

54 वें राष्ट्रीय शालेय खेलों की समाप्ति दलितों हो रहे अत्याचार की खबरें आज की सुर्खियों मे है। इसके अलावा विभिन्न महकमों के अधिकारियों की गैर जिम्मेदारना व्यवहार से जुड़ीं खबरों को भी अखबारों ने अहमियत से छापा है।

महाबली, पद्मश्री व एशियाड व कामनवेल्थ खेलों मे एक से ज्यादा पदक जीतने वाले पहलवान सतपाल महाराज द्वारा 54 वीं राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता के समापन समारोह पर बच्चों को दी गई सीखों को कमोबेश सभी अखबारों ने आज अपनी पहली सुर्खी बनाया है। सतपाल महाराज ने बच्चों से कहा कि अपने गुरू व मां-बाप का आदर करना चाहिए। उनसे बड़ी कोईशक्ति नहीं होती है। माता-पिता व गुरू की बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए वो हमेशा हमारी भलाई ही सोचते है। इस खबर को राज एक्सप्रेस ने ' गुरू व मां-बाप सबसे बड़ी शक्ति', दैनिक जागरण ने 'लक्ष्य के साथ मेहनत करें सफलता कदम चुमेंगी', दैनिक आचरण ने 'लगन मेहनत से ही खिलाड़ी का भविष्य बनता है', नवभारत ने मप्र, महाराष्ट्र का खो-खो स्पर्धा पर कब्जा' , दैनिक भास्कर ने ' रंगारंग समापन' और नवदुनिया ने ' फिर मिलेंगें और खेलेंगें' शीर्षक से इस खबर को लगाया है।
दैनिक जागरण ने बादंरी थानांतर्गत क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत की दलित महिला सरपंच द्वारा पुलिस अधीक्षक को दी लिखित शिकायत के जरिए पंचायत सचिव व अन्य पर उसके साथ दुष्कृत्य किए जाने व उसके बेटे को फांसी पर लटकाए जाने के आरोप लगाए जाने की खबर को फ्रंट पेज पर छापा है। ' मां के साथ दुष्कृत्य बेटे को फांसी' शीर्षक से छापी खबर मे अखबार ने लिखा कि पुलिस ने फिलहाल इस मामले मे खुदकुशी मानकर मर्ग महज कायम किया है।
अन्य खास खबरों मे राज एक्सप्रेस ने सागर विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी द्वारा वन विभाग की अनुमति लिए बिना विवि मे लगे हरे-भरे पेड़ कटवाने व प्रतिबंधित सगठन सिमी के तार गढ़ाकोटा के पास के एक गांव के कुछ मजदूरों से जुडे़ होने, व नवदुनिया ने जनमंच कार्यक्रम मे सागर की विधायक से जनता द्वारा उठाए गए सवालों पर आधारित एक रपट को' जनता ने मांगा पिछला हिसाब' शीर्षक से प्राथमिकता के साथ छापा है।
लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा जिले भर के शस्त्र लायसेंस रद्द किए जाने की सूचना, गैर हाजिर चिकित्सकों की सेवाएं समाप्त करने के प्रशासनिक निर्देर्शों व शहर में करवाचौथ व्रत को महिलाओ द्वारा पूरी आस्था व श्रद्धाभाव से मनाए जाने की खबरों को सभी अखबारों ने स्थान दिया है।

3 comments:

  1. गिरजा सोनी,गाजियाबाद
    सतपाल महाराज ने बिलकुल सही कहा है। बच्चों को अपने मां-बाप व गुरू के प्रति पूरा सम्मान व विश्वास रखना चाहिए। पर यही अपेक्षा गुरूओं से भी है कि वे अपना आचरण को ऐसा बनाए रखें की गुरू शिष्य परंपरा पर कोई दाग न लग सकें।

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  2. प्रदीप कांबले, अमरावती
    जब तक देश मे जाति वोट बैंक का आधार बनी रहेगी तब तक इस देश मे न तो जातिगत भेदभाग मिटने वाला है और न ही दलितों के उपर होने वाले अत्याचार रूकने वाले हैं।

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  3. प्रिंयका पालीवाल, चंडीगढ़
    दलित तो भारत मे एक राजनैतिक करेंसी बन गया है। जिसके हित की बात कर लोग चुनाव मे ज्यादा से ज्यादा वोट कबाड़ना चाहते हैं। इसके अलावा दलित नाम या जाति से राजनेताओं को कुछ भी लेना देना नहीं है।

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