Friday, December 5, 2008

चुनाव के बाद विभागीय भ्रष्टाचार बना खबरों का केन्द्र....

सरकारी कार्यालयों मे व्याप्त भ्रष्टाचार की खबरें एक बार फिर प्रमुखता से अखबारों की सुर्खियों मे नजर आने लगीं हैं। हालांकि नई सरकार के कार्यभार संभाल लेने के बाद इस दिशा मे और भी तेजी आना तय माना जा रहा है।

दैनिक जागरण ने अपने पहल खबर में ग्रामीण अभियात्रिकी विभाग मे चल रहे भ्रष्टाचार को निशाना बनाया है। ' उपयंत्री ने डकारी रकम' शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी संभाग भर में बांटे गए खाद्यान्न के हजारों रूपए मूल्य का वारदाना कागजी-खानापूर्ति दिखाकर पचा गए हैं। अधीनस्थों से गायब हुए वारदाने की कीमत वसूलने के नाम पर आला अधिकारियों द्वारा साधी चुप्पी भी संदेह पैदा करने वाली बताई जा रही है।
वहीं नवभारत अखबार ने चुनावों के संपन्न होते ही बिजली विभाग द्वारा मनमानी कटौती दोबारा शुरू किए जाने का मामला उठाया है। अखबार ने बीना मे रूपऊ गांव मे रेलवे की करीब 70 एकड़ बेशकीमती जमीन को बेजा कब्जाधारियों से मुक्त कराने में रेलवे प्रशासन द्वारा ढिलाई बरती जाने व स्कूल-वाहन चालकों द्वारा धड़ल्लों से क्षमता से ज्यादा बच्चों को बैठाने के मामले मे यातायात पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के मामले की खबरों को भी प्रमुखता से छापा है।
दैनिक आचरण ने जिले की स्कूलों की बदहाली पर तीन खबरें लगाईं हैं। जिनमे स्कूलों मे बच्चों के लिए खेलकूद के मैदान जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं होने, उनके स्कूल से भागने व बच्चों मे नशीले पदार्थो के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति का जिक्र किया गया है।
दैनिक भास्कर ने सागर शहर को उसके उपनगर मकरोनिया को जोड़ने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की योनजा के तहत बन रही फोरलेन सड़क के बीचों बीच आ रहे बिजली के खंबों को नहीं हटाए जाने के मामले पर बड़ी खबर लगाई है। अखबार ने धन की कमी नहीं होने के बावजूद विभागीय तालमेल के अभाव मे एक अच्छी योजना के चौपट होने का अंदेशा जताया है।
नवदुनिया ने केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनने की राह पर चल रहे सागर के विश्वविद्यालय मे बड़े पैमाने पर गड़बड़झाला चलने की खबर फ्रंट पेज पर लगाई है। खबर मे विश्वविद्यालय के आला अधिकारियों के मनमर्जी छुट्टी पर जाने व ड्यूटी पर रहने पर भी आफिस से नदारद रहने, आचारं संहित के धता बताते हुए नियुक्तियों किए जाने के मामले उठाए हैं लेकिन खबर मे कुलपति ने विवि की अनियमितताएं दूर करने के स्थान पर विवि को गैर महत्व का संस्थान बताते हुए परोक्ष रूप से मीडिया पर उसे ज्यादा तवज्जो देने का आरोप लगाने की भी बात कही गई है।
अन्य खास खबरों मे दैनिक भास्कर ने शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य द्वारा प्रशासन से तबादले की गुहार लगाने, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय मे अगले शिक्षा सत्र से आईटी व पर्यटन पर नए पाठ्यक्रमों के शुरू होने, दैनिक जागरण द्वारा रेडक्रास के मेडिकल स्टोर के रात मे बंद रहने, राज एक्सप्रेस ने चुनाव आचार संहिता की वजह से करोड़ों के विकास कार्य ठप्प होने व नवदुनिया ने चुनाव आचार संहिता के चलते सागर की झील संवर्धन के काम अटकने, शहर मे दिनदहाड़े ताला तोड़कर हुई 40 हजार की चोरी की खबरों को भी प्रमुखता से छापा है।

1 comment:

  1. ravikant meahr, mujjaffapur, Bhrastachar to is desh ki shaan ban gaya hai.Rajneta is vidha main expert hain.Jo jitna bada bhrasta hai wo utna badaa neta hai.adhikari vetan hajaron main leytai hai lekin karoron rupai ki sampatti ke malik hote ja rahe hain. kisi ko fikra nahi hai unke pase akut sampati ke source ka pata lagane ka. ab to aisa lagta hai ki Bharat main rahne wale ko bhrasta hona padega hi.

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