Thursday, December 11, 2008

किसे मिलेगी लाल बत्ती अटकलबाजों का नया ठौर....

पहले चुनाव जीतने वालों पर कयास लगाए जा रहे और अब जीतने वालों में से किसे लाल बत्ती मिलेगी इस पर कयास लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा अखबारों की सुर्खियों मे मानवाधिकार दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों की रपट भी प्रमुखता से छाई रही।

दैनिक जागरण ने जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी चुनाव संबंधी आंकड़ों को ही' बुंदेलखण्ड ने चुनाव मे रचे कई कीर्तिमान' शीर्षक से अपनी पहली सुर्खी बनाया है। हालांकि अन्य अखबारों ने भी इन आंकड़ों को प्रमुखता से छापा है।
राज एक्सप्रेस ने चुनावी हारजीत की वजहों पर माथापच्ची करते भाजपाईंयों पर ''शह और मात के खेल मे उलझे भाजपाई' शीर्षक एक बड़ी रपट फ्रंट पेज पर छापी है। नवदुनिया ने अपनी बाटम खबर मे सागर जिले की आठों विधानसभा सीटों से जीते विधायकों को मास्टर माईंड बताया है। दैनिक भास्कर ने 'चुनाव: जहां जहां पड़े संतन के...' शीर्षक से लगाई खबर मे चुनावी प्रचार के दौरान स्टार प्रचारकों की मौजूदगी से स्थानीय प्रत्याशियों को होने वाले नफे-नुकसान पर रपट लगाई है। लेकिन गोलमोल से लिखी इस रपट को पढ़कर ऐसा लगता नहीं है कि पाठक किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाएगा।
अन्य खास खबरों मे राज एक्सप्रेस ने जिला आयुर्वेद औषधालय में हुए लाखों के भ्रष्टाचार व गबन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने, दैनिक जागरण ने दूसरी बार बनी भाजपा सरकार में बुंदेलखण्ड के जनप्रतिनिधियों को मिलने वाली लाल बत्तियों पर कयास, दैनिक भास्कर ने शहर मे चल रही रसोई गैस की किल्लत व नवदुनिया ने सागर विश्वविद्यालय में दैनिक वेतन भोगी व अशैक्षणिक कर्मचारी संघ द्वारा नियमित किए जाने की मांग दोबारा उठाए जाने संबंधी खबरों को प्रमुखता से छापा है।
लीक से हटकर खबरों मे नवदुनिया विलुप्त होती बहुरूपियों की प्रथा पर एक रोचक फीचर लगाया है।पत्रकार अतुल साहू ने अपने फीचर 'विलुप्त हो रहे बहुरूपिए ' मे बहुरूपियों को ऐसी विधा बताया है जिसे न तो रंगमंच की जरूरत होती है न ही दर्शकों की तालियों की। वहीं डॉ० हरिसिंह गौर विभाग के प्रदर्शनकारी का विभाग के रंगमंच के शिक्षक डॉ० संतोष साहू ने इस विधा को भारतीय संस्कृति की धरोहर बताया है। साथ ही ओशो भगवान रजनीश के जन्मदिन के अवसर पर दैनिक भास्कर ने 'आज भी महसूस होती है उनकी ऊर्जा' शीर्षक से लोगों के विचार व नवदुनिया ने 'समाज भ्रष्ट है तो पहले भ्रष्ट हम' शीर्षक से ओशो के 53 साल पहले सागर मे मकरोनिया मे ओल्ड साईट स्थित विवि के स्टेडिय मे दिए भाषण के छात्रसंघ स्मारिका में प्रकाशित लेख के संपादित अंश प्रकाशित किए हैं।
इसके अलावा मानवाधिकार दिवस पर हुए आयोजनों पर सभी अखबारों ने प्रमुखता से खबर छापीं हैं। दैनिक भास्कर ने 'आतंक के खिलाफ मानववाद का पाठ', दैनिक जागरण ने ' समाज के हर वर्ग को आंतक के खिलाफ लड़ना होगा', राजएक्सप्रेस ने आतंकवाद से लड़ने एकजुट हों' व नवदुनिया ने' मानवाधिकार पर दलाई लामा की आराधना' शीर्षक से इस खबर को छापा है।

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