Sunday, May 3, 2009

प्रत्याशियों को नकारने में अव्वल रहा बुंदेलखण्ड

पंद्रहवी लोकसभा के लिए हुए चुनावों मे मप्र के बुंदेलखण्ड अंचल ने एक नई मिसाल पेश कर चुनावी इतिहास मे अपना नाम दर्ज कर लिया है। इन चुनावों मे प्रदेश भर मे चार हजार से ज्यादा मतदाताओं ने खुले आम अपने अपने क्षेत्र के सभी प्रत्याशियों को नाकाबिल करार देते हुए किसी को भी वोट नहीं दिया। ऐसा करने वालों की संख्या के लिहाज से बुंदेलखण्ड प्रदेश मे अव्वल स्थान पर रहा है।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मप्र मे पंद्रहवी लोकसभा के लिए दो चरणों में हुए चुनावों मे कुल ४०८१ मतदाताओं ने घोषित तौर पर कहा है कि हम अपने क्षेत्र के किसी भी प्रत्याशी को योग्य नहीं मानते हैं।
लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा ४९-० की के तहत ऐसा कहने वालों मे सबसे ज्यादा मतदाता ३९.५० फीसदी बुंदेलखण्ड अंचल के हैं। बुंदेलखण्ड की चारों लोकसभा सीटों पर कुल १६१४ मतदाताओं ने प्रत्याशियों को अयोग्य मानते हुए वोट नहीं डाला।
खजुराहो मे ७१२, सागर में ४०२, टीकमगढ में ३५१ व दमोह में १४९ मतदाताओं ने बाकायदा मतदान केन्द्र पहुंचकर अपना सत्यापन कराया, उंगली पर निशान लगवाया और वोट न डालते हुए अपनी राय दर्ज कराई कि '' जो उम्मीदवार मैदान में हैं उनमें से कोई भी योग्य नहीं।''
हालांकि मुरैना, शाजापुर, विदिशा, अलीराजपुर व बड वानी मे प्रदेश के ऐसे लोकसभा क्षेत्र रहे हैं जहां एक भी ऐसा मतदाता सामने नहीं आया।

No comments:

Post a Comment

If you have something to say about any News, Issues or about any thing under the sun. Just write in the blank space given below and Post It.We always welcome your comments and opinions.

 
© Media Watch Group-Copyright to Visitors Sagar Watch