बाबा अमरनाथ श्राइन बोर्ड की जमीन वापिस लेने के मामले मे भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनय कटियार की सागर मे हुई आमसभा की खबर को आज सभी अखबारों ने अपनी सुर्खी बनाया है।
नवदुनिया ने कांग्रेस पर बरसे विनय कटियार, दैनिकजागरण ने अफजल को फांसी पर लटकांएगे, दैनिकआचरण ने मानवता का सबसे बड़ा दुशमन होता है आंतंकवादी व कांग्रेस सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी, नवभारत ने धारा 370 काश्मीर के विकास में बाधक, राजएक्सप्रेस ने कांग्रेस पर जड़ा देश पर शांतिभंग करने का आरोप व दैनिक भास्कर ने सरकार बनी तो पोटा फिर लाएंगें शीर्षकों से इस खबर को फ्रंट पेज पर लगाया
लेकिन दैनिकजागरण ने विनय कटियार की आमसभा को फ्लाप बताते हुए उनके भाषण को भाजपा के वापिस अपने हिन्दूवादी लाईन पर आना बताया है। अखबार ने आमसभा मे भाजपा के ही करीब आधा दर्जन जनप्रतिनिधियों की गैर मौजूदगी पर लिखा है कि जब पार्टी के ही नेताओं को यह सभा आकर्षित नहीं कर पाई तो आम जनता की बात क्या करना। वहीं दैनिकआचरण ने भी विनय कटियार के हवाले से छापा है कि कांग्रेस ही देश मे अशांति के लिए जिम्मेदार है क्योंकि वह कई राज्यों मे आतंकवादी संगठनों व नक्सलियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही हैं।
ग्राम पंचायतों के अटपटे निर्णयों व भ्रष्ट कार्यप्रणाली की खबरें भी अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनती रहतीं है। आज भी जहां राजएक्सप्रेस ने बण्डा जनपद पंचायत के तहत रीछई ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच व वर्तमान सचिव द्वारा करीब एक लाख रुपए का हेरफेर करने की खबर को छापा है तो दैनिक जागरण ने ग्राम हनौता मे 13 जुलाई को एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कर करने वाले युवक के खिलाफ पुलिस मे रिपोर्ट करने पर पीड़ित परिवार का समाज द्वारा हुक्का-पानी बंद कर देने के पंचायत के धमकी भरे निर्णय की पहले छापी खबर पर राज्य महिला आयोग के संज्ञान पर जिला प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को सरंक्षण देने की खबर को मुख्य पृष्ठ पर जगह दी है।
कार्यक्रमों व घटनाओं की आपाधापी के बीच भी अखबार लीक से हटकर भी खबरें लगाते रहतें हैं। इस सिलसिले मे नवदुनिया ने दो अहम खबरें लगाईं हैं। सट्टे के खेल को लगी लगाम शीर्षक से लगाई खबर मे अखबाने लिखा है कि मुंबई व नागपुर के सट्टे के बंद होने से स्थानीय खाईबाजों के मजे हो गए हैं। अपनी दूसरी खबर मे अखबार ने तीन साल से कम उम्र के स्कूल जाते बच्चों के दर्द को उठाया हैं। वहीं दैनिक भास्कर ने अब नहीं भटकना पडेग़ा ऑफिस-ऑफिस शीर्षक से खबर लगाकर जिला मे प्रस्तावित संयुक्त कार्यालय भवन के बनने से लोगों को होने वाले फायदों को गिनाया है।
अखबार समाज मे बदलाव लाने मे किस हद तक कारगर साबित हो सकते हैं इस बात को दैनिक जागरण मे बुधवार को छपी एक खबर की समाज मे हुई त्वरित प्रतिक्रिया से सहज ही महसूस किया जा सकता है। पागल कुत्ते द्वारा काटने और जिला अस्पताल मे रेबीज के टीके उपलब्ध नहीं होने से एक गरीब बालिका सुरभि का जीवन खतने में पड़ गया। बेटी के इलाज लिए बेबस गरीब बाप कि गिड़गिड़ाहट का जिला अस्पताल प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ा। तब अखबार के आग्रह पर समाज से एक से ज्यादा लोगों के मदद के लिए आगे आने से उस बालिका की जान बच गई।
लेकिन दैनिकजागरण ने विनय कटियार की आमसभा को फ्लाप बताते हुए उनके भाषण को भाजपा के वापिस अपने हिन्दूवादी लाईन पर आना बताया है। अखबार ने आमसभा मे भाजपा के ही करीब आधा दर्जन जनप्रतिनिधियों की गैर मौजूदगी पर लिखा है कि जब पार्टी के ही नेताओं को यह सभा आकर्षित नहीं कर पाई तो आम जनता की बात क्या करना। वहीं दैनिकआचरण ने भी विनय कटियार के हवाले से छापा है कि कांग्रेस ही देश मे अशांति के लिए जिम्मेदार है क्योंकि वह कई राज्यों मे आतंकवादी संगठनों व नक्सलियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही हैं।
ग्राम पंचायतों के अटपटे निर्णयों व भ्रष्ट कार्यप्रणाली की खबरें भी अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनती रहतीं है। आज भी जहां राजएक्सप्रेस ने बण्डा जनपद पंचायत के तहत रीछई ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच व वर्तमान सचिव द्वारा करीब एक लाख रुपए का हेरफेर करने की खबर को छापा है तो दैनिक जागरण ने ग्राम हनौता मे 13 जुलाई को एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कर करने वाले युवक के खिलाफ पुलिस मे रिपोर्ट करने पर पीड़ित परिवार का समाज द्वारा हुक्का-पानी बंद कर देने के पंचायत के धमकी भरे निर्णय की पहले छापी खबर पर राज्य महिला आयोग के संज्ञान पर जिला प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को सरंक्षण देने की खबर को मुख्य पृष्ठ पर जगह दी है।
कार्यक्रमों व घटनाओं की आपाधापी के बीच भी अखबार लीक से हटकर भी खबरें लगाते रहतें हैं। इस सिलसिले मे नवदुनिया ने दो अहम खबरें लगाईं हैं। सट्टे के खेल को लगी लगाम शीर्षक से लगाई खबर मे अखबाने लिखा है कि मुंबई व नागपुर के सट्टे के बंद होने से स्थानीय खाईबाजों के मजे हो गए हैं। अपनी दूसरी खबर मे अखबार ने तीन साल से कम उम्र के स्कूल जाते बच्चों के दर्द को उठाया हैं। वहीं दैनिक भास्कर ने अब नहीं भटकना पडेग़ा ऑफिस-ऑफिस शीर्षक से खबर लगाकर जिला मे प्रस्तावित संयुक्त कार्यालय भवन के बनने से लोगों को होने वाले फायदों को गिनाया है।
अखबार समाज मे बदलाव लाने मे किस हद तक कारगर साबित हो सकते हैं इस बात को दैनिक जागरण मे बुधवार को छपी एक खबर की समाज मे हुई त्वरित प्रतिक्रिया से सहज ही महसूस किया जा सकता है। पागल कुत्ते द्वारा काटने और जिला अस्पताल मे रेबीज के टीके उपलब्ध नहीं होने से एक गरीब बालिका सुरभि का जीवन खतने में पड़ गया। बेटी के इलाज लिए बेबस गरीब बाप कि गिड़गिड़ाहट का जिला अस्पताल प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ा। तब अखबार के आग्रह पर समाज से एक से ज्यादा लोगों के मदद के लिए आगे आने से उस बालिका की जान बच गई।
bjp ko apni sahaj soch banay rakhate huye sirf congres ko kosne bhar se santosh nahin karna chahiye,smaran ho ki bjp ki sarkar ke rahte huye hi sansad me hamla hua tha, us samay chahiye tha ki iske liye jimmedar atankvadi sangthano par damankari karyvahi kar sak ta tha,tab sara desh sarkar se sahmat hota.bjp ko sirf munh chalane par mahima mandit nahi kiya ja sakta hai.feel good kahne se feel good nahi hota hai...
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