Tuesday, July 29, 2008

बुंदेलखण्ड में हो सकता है भाजपा, भाजश व बसपा के बीच घमासान..

विधानसभा चुनावों के करीब आते जाने से शहर मे भी राजनैतिक आयोजनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आज के अखाबारों मे भाजश की राष्ट्रीय अध्यक्ष उमा भारती व उप्र की बसपा सरकार के मंत्री बादशाह सिंह की सभाओं की खबरों को अखबारों मे फ्रंट पेज पर स्थान मिला है।
राज एक्सप्रेस ने " मायावती के पीएम बनते ही मंहगाई होगी कम" शीर्षक से लगाई खबर मे बसपा नेता व मंत्री बादशाह सिंह की मकरोनिया उपनगर मे आयोजित सर्ववर्ग भाईचारा सम्मेलन की खबर को अपने पहली सुर्खी बनाया है। अखबार ने बसपा नेता बादशाह सिंह के हवाले से लिखा है कि देश मे महामारी सी फैलती मंहगाई का ईलाज न तो भाजपा के पास है और न ही कांग्रेस के पास। लेकिन मायावती के पीएम बनते ही व्यापारियों के खाद्यान्नों के गोदामों पर छापे मारे जाएंगे, जिससे यह कृत्रिम संकट अपने आप दूर हो जाएगा। इसी खबर को दैनिक भास्कर ने " भाजपा-कांग्रेस पूंजीवाद समर्थक" शीर्षक से लगाया है। खबर मे बादशाह सिंह के उस बयान का उल्लेख किया गया है जिसमें उन्होने भाजपा व कांग्रेस में कोई अंतर न करते हुए दोनों ही पार्टियों को किसानों व श्रमिकों की विरोधी बताया है।
उमा भारती की देवरी मे हुई सभा व सागर मे संपन्न कार्यकर्ताओं के सम्मेलन की खबरों को भी अखबारों मे अच्छा खासा स्थान मिला है। नवदुनिया ने उमाभारती के बयान " भाजपा का दोहरा चरित्र " को शीर्षक बनाकर लगाई खबर मे लिखा है कि केन्द्र सरकार को गिराने व बचाने की कशमश मे संसद मे भाजपा का बिकने वाला रूप सामने आया है कांग्रेस तो शुरू से ही निष्ठांए खरीदती रही है। दैनिक भास्कर ने इसी खबर को " भाजपा के लोग बिकने लगे हैं" शीर्षक से छापा है।
नवदुनिया ने स्कूलों के नए सत्र के शुरू होने के एक माह बाद भी स्कूलों मे किताबों मुहैया नहीं कराए जाने पर शिक्षा विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर " किताबों का टोटा कैसे हो पढ़ाई ? शीर्षक से बढ़ी खबर लगाई है। दैनिक आचरण ने हाल ही में शहर के एक निजी स्कूल-वात्सल्य स्कूल मे उसकी प्राचार्य व उनके परिजनों द्वारा कुछ विद्यार्थिंयों को कमरे में बंद कर मारने की घटना के बाद अन्य विद्यार्थिंयों के अभिभावकों से अखबारों मे छपी खबरों से असहमति जताने के बयान पर उनके बच्चों के भविष्य की खातिर हस्ताक्षर कराने को गलत बताया है। लगभग सभी अखबारों ने यह खबर लगाई है कि सभी राजनैतिक दलों के नेता इस मामले में वात्सल्य स्कूल के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं।
नवदुनिया ने फॉलोअप खबर मे बताया है कि शहर मे स्थानीय सट्टा कंपनियां तेजी से पांव पसार रहीं हैं। " पखवाड़े मे 25 नई सट्टा कंपनियां "शीर्षक से लगाई खबर मे अखबार ने लिखा है कि एकाधिकार की लड़ाई के चलते महाराष्ट्र का सट्टा व्यापार बंद हो गया है। इस खालीपन को भरने के लिए शहर मे एक पखवाड़े के अंदर ही दो दर्जन से ज्यादा सट्टा कंपनियां आस्तित्व मे आ गईं हैं। अखबार ने एक सटोरिए के हवाले से लिखा है कि स्थानीय कंपनियां उसी अंक को खोल रहीं हैं जिसपर कम लोगों ने दांव लगाया होता है इससे सट्टा के स्थानीय संचालकों की पौ बारह हो रही है।
इसके अलावा डॉ० हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के नए कुलपति के रूप मे आई आई टी रूड़की के कंम्प्यूटर एप्लीकेशन एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के डीन राजेन्द्र पी अग्रवाल की नियुक्ति की खबर को भी अखबारों ने बड़ी अहमियत से छापा है।

No comments:

Post a Comment

If you have something to say about any News, Issues or about any thing under the sun. Just write in the blank space given below and Post It.We always welcome your comments and opinions.

 
© Media Watch Group-Copyright to Visitors Sagar Watch