सागर मे होने वाली, कांग्रेसी नेता कमलनाथ की, सभा की तैयारियों व रविवार को हुए बसपा के मुस्लिम समाज सम्मेलन की खबरें ही आज अखबारों की खास सुर्खियां रहीं।
रविवार को सागर मे हुए बसपा के मुस्लिम समाज सम्मेलन को बसपा के उप्र के काबीना मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दकी ने संबोधित किया। दैनिक जागरण ने ' तो दफन हो जाएगी भाजपा' शीर्षक से लगाई पहली खबर मे सिद्दकी के हवाले से लिखा है कि उप्र मे दलित, पिछड़े व मुसलमानों द्वारा साथ छोड़ने पर कांग्रेस के पैर कब्र मे लटक गए। अगर इन वर्गों की सोच मप्र मे भी ऐसी ही रही तो भाजपा भी दफन हो जाएगी। वहीं राज एक्सप्रेस ने 'बसपा ने दिखाई शक्ति' शीर्षक से लगाई पहली सुर्खी मे नसीमुद्दीन के बयान को प्रमुखता से छापा है कि अब तक सभी राजनैतिक दलों ने मुस्लिमों, दलितों, पिछड़ों व गरीबों को वोट की खातिर इस्तेमाल किया है। सिर्फ बसपा ही ऐसा दल है जिसने मायावती के नेतृत्व मे इन वर्गों को विकास व सम्मान दिलाने के लिए काम कर रही है। दैनिक आचरण ने ' भाजपा-कांग्रेस हैं मौसेरे भाई' शीर्षक से छापी खबर मे लिखा है कि कांग्रेस ने मंदिर का ताला खुलवाया तो भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया। दोनों ही पार्टियों को यह मुद्दा सिर्फ चुनावों के वक्त याद आता है। दैनिक भास्कर ने इस खबर को 'बसपा ने मुस्लिमों को दिया भाईचारे का संदेश' शीर्षक से लगाया है। राज एक्सप्रेस बसपा के इस सम्मेलन को सफल बताते हुए लिखा है कि कार्यक्रम मे हजारों की भीड़ जुटी। वहीं नवदुनिया ने इस कार्यक्रम को असल बताते हुए लिखा है कि सभा मे मुस्लिम ही रहे नदारद।
2 सितंबर को सागर मे होने वाली कांग्रेसी नेता कमलनाथ व पीसीसी अध्यक्ष सुरेश पचौरी की सभा के लिए हो रहीं तैयारियों पर अखबारों ने पैनी नजर लगा रखी है। हर अखबार अपने अपने सूत्रों व आंकलनों के आधार पर कांग्रेस पार्टी में आगामी विस चुनावों के लिहाज से चल रही खींचातानी व गुटबाजी के संकेत पढ़ने की कोशिश कर रहा है। दैनिक भास्कर ने कमलनाथ की सागर मे होने वाली सभाओं को एक अजीब संजोग बताया है। अखबार ने लिखा है कि कमलनाथ के सागर के दौरों का रोचक इतिहास रहा है वे सागर कम ही आए पर जब भी आए दस साल के अंतराल से आए। उनकी सागर मे पहली सभा 1988, दूसरी 1998 वें व अब तीसरी सभा 2008 मे हो रही है। दैनिक आचरण ने लिखा है कि आगामी सभा के चलते कांग्रेस पार्टी मे एकजुटता साफ नजर आ रही है। वहीं नवदुनिया ने सभा के चलते कांग्रेस की गुटबाजी के सतह पर आने की बात लिखी है। अखबार ने लिखा है कि इसी गुटबाजी का ही नतीजा था जो सभास्थल के चयन अंतिम रूप मे देने मे भी पार्टी को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अंत मे दैनिक जागरण ने अपनी राजनैतिक डायरी मे लिखा है कि ' डेमेज कंट्रोल' मे भाजपा के पदाधिकारी बौने साबित हो रहे हैं। डायरी मे पत्रकार बिजेन्द्र ठाकुर ने लिखा है कि दिसंबर 2003 मे भोपाल मे भाजपा सरकार के सत्तारूढ़ होने के समय लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था भाजपा डिफरेंस विद कांग्रेस' रहकर सत्ता चलाएगी लेकिन सागर मे पार्टी की ही विधायक ने पार्टी के कई पदाधिकारियों के कालाबाजारी, जुआ में लिप्त होने व पार्टी कार्यों मे निष्क्रिय होने का आरोप लगाया है। लेकिन पार्टी के जिला एंव प्रदेश स्तर के नेताओं द्वारा इस मामले मे किसी तरह की प्रतिक्रया नहीं आना आश्चर्यजनक है। डायरी मे लिखा है कि हाल ही मे सागर मे प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता की मौजूदगी मे हुए कार्यकर्ता सम्मेलन मे सागर की विधायक के खिलाफ पर्चियां बांटा जाना यह साबित करता है कि भाजपा अंतर्कलह का शिकार है।
2 सितंबर को सागर मे होने वाली कांग्रेसी नेता कमलनाथ व पीसीसी अध्यक्ष सुरेश पचौरी की सभा के लिए हो रहीं तैयारियों पर अखबारों ने पैनी नजर लगा रखी है। हर अखबार अपने अपने सूत्रों व आंकलनों के आधार पर कांग्रेस पार्टी में आगामी विस चुनावों के लिहाज से चल रही खींचातानी व गुटबाजी के संकेत पढ़ने की कोशिश कर रहा है। दैनिक भास्कर ने कमलनाथ की सागर मे होने वाली सभाओं को एक अजीब संजोग बताया है। अखबार ने लिखा है कि कमलनाथ के सागर के दौरों का रोचक इतिहास रहा है वे सागर कम ही आए पर जब भी आए दस साल के अंतराल से आए। उनकी सागर मे पहली सभा 1988, दूसरी 1998 वें व अब तीसरी सभा 2008 मे हो रही है। दैनिक आचरण ने लिखा है कि आगामी सभा के चलते कांग्रेस पार्टी मे एकजुटता साफ नजर आ रही है। वहीं नवदुनिया ने सभा के चलते कांग्रेस की गुटबाजी के सतह पर आने की बात लिखी है। अखबार ने लिखा है कि इसी गुटबाजी का ही नतीजा था जो सभास्थल के चयन अंतिम रूप मे देने मे भी पार्टी को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अंत मे दैनिक जागरण ने अपनी राजनैतिक डायरी मे लिखा है कि ' डेमेज कंट्रोल' मे भाजपा के पदाधिकारी बौने साबित हो रहे हैं। डायरी मे पत्रकार बिजेन्द्र ठाकुर ने लिखा है कि दिसंबर 2003 मे भोपाल मे भाजपा सरकार के सत्तारूढ़ होने के समय लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था भाजपा डिफरेंस विद कांग्रेस' रहकर सत्ता चलाएगी लेकिन सागर मे पार्टी की ही विधायक ने पार्टी के कई पदाधिकारियों के कालाबाजारी, जुआ में लिप्त होने व पार्टी कार्यों मे निष्क्रिय होने का आरोप लगाया है। लेकिन पार्टी के जिला एंव प्रदेश स्तर के नेताओं द्वारा इस मामले मे किसी तरह की प्रतिक्रया नहीं आना आश्चर्यजनक है। डायरी मे लिखा है कि हाल ही मे सागर मे प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता की मौजूदगी मे हुए कार्यकर्ता सम्मेलन मे सागर की विधायक के खिलाफ पर्चियां बांटा जाना यह साबित करता है कि भाजपा अंतर्कलह का शिकार है।
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