मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में नये युग का सूत्रपात करें, बेटा हो या बेटी वह प्रदेश के विकास में योगदान करें। प्रदेश में पैदा होने वाली हर बेटी लखपति होगी। इस वर्ष लाड़ली लक्ष्मी योजना में 276 करोड़ रूपये का आवंटन रखा गया है, जरूरत पड़ने पर इसे और भी बढ़ाया जायेगा। वे आज इंदौर में लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत आयोजित बचत पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में 501 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना के बचत पत्र दिये गये।
श्री चौहान ने कहा कि बेटियों को बोझ नहीं वरदान बनाने के लिये लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की गयी है। प्रदेश में बेटी के जन्म पर पांच साल में 30 हजार रूपये के बचत पत्र दिये जायेंगे तथा उसके 21 वर्ष की होने पर उसे एक लाख 18 हजार रूपये मिलेंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को पुस्तकें, गणवेश और दूसरे गांव के स्कूल में जाने के लिये साइकिल मिलेगी।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में गरीब की बेटी के विवाह की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि बेटियों को वरदान बनाने में किसी भी जाति, धर्म या वर्ग का भेदभाव नहीं रहेगा। शिक्षकों की भर्ती में पचास प्रतिशत तथा पुलिस की भर्ती में दस प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिये आरक्षित रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप कुछ बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना के बचत पत्र दिये।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रंजना बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में 3 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हो गयी है, उसमें से 40 हजार इंदौर संभाग की तथा 13 हजार 500 इंदौर जिले की हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिये सभी 90 हजार आंगनवाडियों में अभियान शुरू किया गया है। महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने इसके लिये राज्य सरकार प्रयासरत है।
आरंभ में विधायक श्री सुर्दशन गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की इस अनूठी योजना को केन्द्र तथा अन्य राज्य सरकारों ने भी अपनाया है। कार्यक्रम में सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन महापौर डॉ. उमाशशि शर्मा, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री मधु वर्मा, नगर निगम सभापति श्री शंकर ललवानी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री सत्यनारायण सत्तन, विधायक श्री महेन्द्र हार्डिया आदि भी मौजूद थे।
श्री चौहान ने कहा कि बेटियों को बोझ नहीं वरदान बनाने के लिये लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की गयी है। प्रदेश में बेटी के जन्म पर पांच साल में 30 हजार रूपये के बचत पत्र दिये जायेंगे तथा उसके 21 वर्ष की होने पर उसे एक लाख 18 हजार रूपये मिलेंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बालिकाओं को पुस्तकें, गणवेश और दूसरे गांव के स्कूल में जाने के लिये साइकिल मिलेगी।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में गरीब की बेटी के विवाह की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि बेटियों को वरदान बनाने में किसी भी जाति, धर्म या वर्ग का भेदभाव नहीं रहेगा। शिक्षकों की भर्ती में पचास प्रतिशत तथा पुलिस की भर्ती में दस प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिये आरक्षित रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप कुछ बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना के बचत पत्र दिये।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रंजना बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में 3 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हो गयी है, उसमें से 40 हजार इंदौर संभाग की तथा 13 हजार 500 इंदौर जिले की हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिये सभी 90 हजार आंगनवाडियों में अभियान शुरू किया गया है। महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बने इसके लिये राज्य सरकार प्रयासरत है।
आरंभ में विधायक श्री सुर्दशन गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की इस अनूठी योजना को केन्द्र तथा अन्य राज्य सरकारों ने भी अपनाया है। कार्यक्रम में सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन महापौर डॉ. उमाशशि शर्मा, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री मधु वर्मा, नगर निगम सभापति श्री शंकर ललवानी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री सत्यनारायण सत्तन, विधायक श्री महेन्द्र हार्डिया आदि भी मौजूद थे।
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